लंदन, रॉयटर्स : आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे देश की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ब्रिटेन की जनता के आगे कई चुनौतियां खड़ी है। पिछले 6 सालों में पांच नए प्रधानमंत्री को देख चुका यह देश मंदी के साये में जी रहा है। इसी बीच फूड बैंक चैरिटी द ट्रसेल ट्रस्ट ने एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि ब्रिटेन में पैसों की किल्लत की वजह से पिछले वर्ष 7 में से 1व्यक्ति को भूखा रहकर जिंदगी व्यतीत करना पड़ा है।
खराब सामाजिक सुरक्षा प्रणाली बनी लोगों के लिए मुसीबत
रिपोर्ट में आगे जानकारी दी गई कि भूखे रहने वाले लोगों की संख्या तकरीबन 11.3 मिलियन थी, जो स्कॉटलैंड की आबादी से दोगुणी है। बढ़ती महंगाई और खराब सामाजिक सुरक्षा प्रणाली की वजह से लोगों को भूखा जीवन व्यतीत करना पड़ा है। ट्रसेल ट्रस्ट ने आगे जानकारी दी कि ब्रिटेन में जो लोग भूखे हैं उनकी पोट भरने के लिए 1,300 फूड फूड सेंटर बनाए गए, जिसके जरिए 30 लाख फूड पार्सल जरूरतमंदों तक पहुंचाए गए।
फूड बैंक के द्वारा लोगों को दी जा रही सहायता
रिपोर्ट में ये भी जानकारी दी गई कि ब्रिटेन की 7 प्रतिशत आबादी को चैरिटेबल फूड सपोर्ट, यानी फूड बैंक द्वारा साहयता दी जा रही है। वहीं, भूख से जूझ रहे 71 प्रतिशत जनता के पास किसी प्रकार की मदद नहीं पहुंच पा रही।
रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि फूड बैंक की ओर रूख करने वाले हर पांच में से एक व्यक्ति के पास नौकरी है,लेकिन बढ़ती महंगाई की वजह से वो भी साहयता लेने पर मजबूर हैं। रिपोर्ट में ट्रस्ट ने सरकार से अनुरोध किया गया है कि लोगों को सरकार आर्थिक सुरक्षा प्रदान करे।
हर परिवार को टस्ट्र से दी जा रही आर्थिक साहयता
ट्रस्ट के एक प्रवक्ता ने बताया , “हम ये जानते हैं कि देश के कई लोग काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। इसलिए हम हर परिवार को 3,300 पाउंड यानी 4,206 डॉलर की आर्थिक मदद पहुंचा रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि सरकार नें राज्य पेंशन में बढ़ोतरी की है। वहीं, देश के न्यूनतम वेतन में भी वृद्धि की है।