नई दिल्ली,ब्यूरो : भाजपा ने कांग्रेस के दिल्ली अध्यादेश पर आम आदमी पार्टी का समर्थन करने के बाद जमकर उसकी खिंचाई की है। सत्तारूढ़ दल का कहना है कि कांग्रेस ने हमेशा अपने राज्य इकाइयों के हितों से समझौता किया है। भाजपा की यह प्रतिक्रिया तब सामने आई है जब कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया कि वह दिल्ली पर केंद्र के अध्यादेश का समर्थन नहीं करेगी।
भाजपा विरोधी गुट का नेता उचित समय पर आएगा- चिदंबरम
कांग्रेस पार्टी की ओर से बेंगलुरु में आयोजित की गई विपक्षी दलों की अहम बैठक से पहले पार्टी के सीनियर नेता पी. चिदंबरम ने विश्वास व्यक्त किया कि विपक्ष एकजुट होकर 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दे सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा विरोधी गुट का नेता ‘ठीक वक्त’ पर सामने आएगा। यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने एक इंटरव्यू में कही।
कांग्रेस ने रविवार को पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया कि वह दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण से संबंधित केंद्र के अध्यादेश का संसद में समर्थन नहीं करेगी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राज्यपालों के माध्यम से विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में हस्तक्षेप करने के केंद्र सरकार के ऐसे किसी भी कदम का विरोध किया जाएगा। हम संघवाद को समाप्त करने के केंद्र सरकार के प्रयासों का विरोध कर रहे हैं। हमारा रुख स्पष्ट है। हम दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित अध्यादेश का समर्थन नहीं करेंगे।
वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस संसद में आने वाले महत्वपूर्ण मामलों पर निर्णय लेने के लिए सत्र से पहले आम तौर पर संसद की अपनी रणनीति समिति की बैठक बुलाती है। यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस दिल्ली अध्यादेश का समर्थन करेगी या विरोध, इस पर वेणुगोपाल ने कहा कि शनिवार को हमने बैठक की थी। हमने पहले ही निर्णय ले लिया है। कहा कि न केवल दिल्ली अध्यादेश, बल्कि देश की संघीय व्यवस्था को नष्ट करने वाला और राज्यपाल का इस्तेमाल कर राज्य के मामलों में दखल देने के किसी भी प्रयास का हम समर्थन नहीं करेंगे। इसी तरह, दिल्ली अध्यादेश का भी हम समर्थन नहीं कर रहे हैं।