गरियाबंद,संवाददाता : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गरियाबंद जिला अपनी खूबसूरती के चलते पर्यटन जिले के रूप में सैलानियों की पहली पसंद में सम्मिलित होता जा रहा है। चारों तरफ से पहाड़ से घिरे होने के कारण इसका नाम गिरिबंद पड़ा था, जो अब गरियाबंद के नाम से जाना जाता है।
खूबसूरती के चलते देशभर में पहचान
इन दिनों इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर रहा है। जबकि कभी नक्सलियों के गढ़ के रूप में जाना जाता था। वहीं, अब अपनी खूबसूरती के चलते देशभर में पहचाना जाने लगा है। देश के कई शहरों से सैलानी यहां पहुंच रहे है। छुट्टियों के दिन यहां 12 से 15 हजार सैलानी पहुंच रहे है।
वहीं रानी दहरा और पैरी घुम्मर जलाशय गजपल्ला वाटरफाल जैसे प्राकृतिक सौंदर्य स्थल की खूबसूरती भी सैलानियों का मन मोह रही हैं। मैनपुर स्थित सिकासेर डेम, देवधारा वाटर फाल की खूबसूरती देखने के लिए भी दूर दूर से सैलानी आ रहे है। उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व द्वारा कुल्हाड़ी घाट जिसे कभी नक्सल गढ़ माना जाता था वहां वर्तमान समय में जलाशय में टूरिस्टों के लिए बोटिंग और कई एडवेंचर स्पोर्ट्स की शुरुआत कर दी गई है।