नई दिल्ली,न्यूज़ डेस्क : परिवार कल्याण विभाग के डिप्टी सीएमओ रहे डॉ. वाईएस सचान की लखनऊ जेल में हुई संदिग्ध हालात में मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। 12 साल से न्याय की लड़ाई लड़ रहीं डॉ. सचान की पत्नी मालती हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं। मालती की विशेष अनुमति याचिका को स्वीकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सुनने योग्य माना है। इस प्रकरण में जल्द ही सभी सभी प्रतिवादियो को नोटिस भेजा जाएगा।
एनआरएचएम घोटाले में गोसाईगंज जेल में बंद डॉ. सचान की 22 जून 2011 को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। तब से उनकी पत्नी मालती पति की मौत के जिम्मेदारों को सजा दिलाने के लिए भागदौड़ कर रही हैं। मालती के अधिवक्ता रोमिल श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ. सचान की मौत की न्यायिक जांच हुई थी। 11 जुलाई 2011 को न्यायिक जांच रिपोर्ट में डॉ. सचान की मृत्यु को हत्या करार दिया गया। इस प्रकरण की सीबीआई जांच के आदेश हुए। मालती ने सीबीआई की अंतिम रिपोर्ट के जरिये प्रोटेस्ट अर्जी को चुनौती दिया था ।