वाराणसी,संवाददाता : प्रधानमंत्री ई-बस योजना के तहत 100 ई-बसें जल्द ही वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट के बेड़े में शामिल होंगी। रोडवेज अधिकारियों के अनुसार, शहर में पांच एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है। इस संबंध में लखनऊ स्थित राज्य परिवहन निगम के मुख्यालय से पत्र भी जारी हुआ है। मुख्यालय से अधिकारियों की एक टीम जल्द वाराणसी आएगी।
अभी जिले में 50 ई-बसें चल रही हैं। साथ ही 130 ई-बसें राज्य सरकार की ओर से और आनी प्रस्तावित हैं। इसके बाद यह संख्या 280 हो जाएगी। इससे शहर के हर रूट पर यात्रियों को ई-बसें मिलना संभव होगा। वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (वीसीटीएसएल) के प्रबंध निदेशक गौरव वर्मा ने बताया कि योजना के तहत देश में 10 हजार ई-बसें चलाई जानी हैं।
इसमें से प्रदेश को लगभग दो हजार ई-बसें मिलेंगी। इसमें वाराणसी सिटी के खाते में 100 ई-बसें आई हैं। हाल ही में कोनिया स्थित आईडीएच कॉलोनी में एक एकड़ जमीन चिह्नित की गई। हालांकि इस जमीन पर अभी अंतिम मुहर नहीं लगी है। शिवपुर, नदेसर और रिंग रोड किनारे भी जमीन की तलाश की जा रही है।
बनेगा चार्जिंग स्टेशन, डिपो और वर्कशॉप
जमीन पर चार्जिंग स्टेशन, डिपो और वर्कशॉप बनेगा। पीपीपी मॉडल पर स्टेशन चलाया जाएगा। मौजूदा समय में 50 ई-बसों की क्षमता वाले मिर्जामुराद में चार्जिंग स्टेशन बन रहा है। साथ ही कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर भी चार्जिंग स्टेशन का निर्माण चल रहा है।
मेट्रो जैसा अनुभव कराएंगी बसें
पीएम ई-बसें मौजूदा ई-बसों से काफी अलग और अत्याधुनिक होगी। इसमें बैठने पर यात्रियों को मेट्रो जैसा अनुभव होगा। वातानुकूलित ई-बसों की सीट और अंदर की साज सज्जा आकर्षक होगी। हर सीट पर मोबाइल चार्जर प्वाइंट और बस के अंदर एलईडी स्क्रीन पर ठहराव की जानकारी मिलती रहेगी।