उरई, संवाददाता : एसओजी व सर्विलांस टीम ने शुक्रवार को फैक्ट्री क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य अभियुक्त पुलिस की वर्दी पहनकर लूटपाट किया करता था, लोगो को एसटीएफ का अधिकारी बताया करता था, उसके पास से फर्जी परिचय पत्र एवं दारोगा की वर्दी मिली हैं। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने फायरिंग किया , जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग किया, पैर में गोली लगने से मुख्य आरोपी घायल हो गया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने कहा कि जनपद में विगत दिनों से फर्जी एसओजी एवं एसटीएफ पुलिस अधिकारी बनकर आम लोगों से लूट की सूचना मिल रही थी, आरोपियों को ट्रेस करने के लिए कई टीमें बनाई गयी थी।
शुक्रवार की शाम मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी दो बदमाश शहर में लूटपाट करने के इरादे से यामाहा आर वन फाइव बाइक से घूम रहे है, गाड़ी पर पुलिस भी लिखा है। सही सूचना मिलने पर फैक्ट्री एरिया चौकी के पास चेकिंग की जा रही थी।
जवाबी फायरिंग में लगी गोली
चेकिंग के समय बाइक सवार बदमाशों को रोकने का इशारा किया गया तो बदमाशों ने भागने का प्रयास किया और फायरिंग पुलिस पर किया , पुलिस द्वारा आत्मरक्षा के लिए जवाबी फायरिंग की , जिसके चलते एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया व एक अन्य व्यक्ति को भी अवैध कट्टा सहित गिरफ्तार कर लिया गया । घायल बदमाश को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया।
जितेंद्र के खिलाफ 21 मुकदमे दर्ज
पकड़े गए आरोपियों में जितेंद्र परिहार उर्फ शैलेंद्र निवासी जगम्मनपुर थाना रामपुरा एवं गजेंद्र पुत्र नाथूराम निवासी जगम्मनपुर शामिल हैं। जितेंद्र के विरुद्ध पहले से धोखाधड़ी ,लूट एवं चोरी के 21 मुकदमे दर्ज हैं। जितेंद्र के पास से तमंचा, कारतूस, पुलिस की वर्दी एवं अन्य सामान बरामद किया गया है।