यरुशलम, रायटर : गाजा पट्टी पर इजरायल के जमीनी हमले की तैयारी के बीच हमास द्वारा बंधक बनाए गए 126 लोगों की रिहाई और युद्ध फैलने से रोकने के प्रयास तेज हो गए हैं। इसके लिए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अरब देशों के नेताओं से बात कर रहे हैं। रविवार को उन्होंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से बात की और फिर मिस्र पहुंचकर वहां के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सीसी से भेंट की। वह सोमवार को इजरायल लौटेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू व फलस्तीनी अथारिटी के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की। इसके बाद इजरायल ने गाजा के लिए पानी की आपूर्ति बहाल कर दी। उधर, गाजा की सीमा पर सैकड़ों इजरायली टैंकों ने मोर्चा संभाल लिया है।
नेतन्याहू ने की आपातकालीन कैबिनेट की बैठक
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने रविवार को देश की आपातकालीन कैबिनेट की बैठक की और हमास को बिल्कुल खत्म कर देने का संकल्प दोहराया। इजरायली सेना के अल्टीमेटम के बाद बड़ी संख्या में गाजा के लोग उत्तरी इलाके को छोड़कर दक्षिणी इलाके में चले गए हैं। इजरायली सेना का कहना है कि वह उन्हें जाने की अनुमति देना जारी रखेंगे, हालांकि हमास उन्हें जाने से रोक रहा है। गुरुवार को इजरायल पहुंचे ब्लिंकन ने गत तीन दिनों में संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, कतर, जार्डन व फलस्तीन अथारिटी के नेताओं से भेंट की। उन्होंने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से भी फोन पर बात की।
सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान से मिले ब्लिंकन
रविवार को सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान से मुलाकात को ब्लिंकन ने बेहद रचनात्मक करार दिया। वहीं, प्रिंस सलमान ने कहा कि सऊदी अरब संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है और गाजा से इजरायली नाकेबंदी को हटाने में भी मदद करना चाहता है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब नागरिकों को निशाना बनाने और उनके दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाले बुनियादी ढांचे को नष्ट करने का विरोध करेगा।
वहीं, मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी ने कहा कि गाजा में इजरायल का अभियान आत्मरक्षा के अधिकार से आगे बढ़कर सामूहिक दंड देने में तब्दील हो गया है। वहीं, अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ब्लिंकन के संदेश पर अरब देशों की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही है। उन्होंने माना कि हमास के हमले के बाद इजरायल को आत्मरक्षा का अधिकार है।