अहमदाबाद, संवाददाता : दुनिया की नौवीं सबसे बड़ी बिल्डिंग मटेरियल्स और सॉल्यूशंस कंपनी तथा अदाणी समूह का हिस्सा— अदाणी सीमेंट ने इंजीनियर डे पर, ‘अदाणी सीमेंट फ्यूचरX’ एक राष्ट्रव्यापी अकादमिक-उद्योग सहभागिता कार्यक्रम की घोषणा की है। इसका उद्देश्य कक्षाओं को वास्तविक दुनिया के इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्थिरता की चुनौतियों से जोड़ना है।
अदाणी सीमेंट फ्यूचरX का शुभारंभ एक समयानुकूल और उद्योग-प्रेरित समाधान के रूप में सामने आया है, जिसका उद्देश्य भविष्य के लिए तैयार कार्यबल तैयार करना है। यह सरकार के योग्य भारत मिशन और शिक्षा मंत्रालय के उस आह्वान से जुड़ा है, जिसमें रोजगार और उद्यमिता कौशल की कमी को दूर करने, भारत की जनसांख्यिकीय क्षमता का लाभ उठाने और विकसित भारत 2047 के लिए मानव पूंजी उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है।
100 से ज्यादा प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों (आईआईटी, एनआईटी, शीर्ष निजी/राज्य कॉलेज) और 100+ शहरों के 100 से अधिक स्कूलों से जुड़कर, यह पहल जिज्ञासा से करियर तक की एक सतत यात्रा के रूप में बनाई गई है, ताकि भारत की जनसांख्यिकीय क्षमता को राष्ट्र निर्माण के लिए एक कुशल शक्ति में बदला जा सके।
अदाणी सीमेंट फ्यूचरX, विकसित भारत के प्रति प्रतिबद्धता-विनोद बाहेती
अदाणी समूह के सीईओ, सीमेंट बिज़नेस, विनोद बाहेती ने कहा: “अदाणी सीमेंट फ्यूचरX, विकसित भारत 2047 की भारत की दृष्टि के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। जहां सरकार योग्य भारत मिशन के माध्यम से युवाओं को रोजगार और उद्यमिता कौशल से सशक्त बना रही है, वहीं हमारी यह पहल स्कूलों और कॉलेज परिसरों में वास्तविक सीखने के पुल बनाकर इस प्रयास को और मजबूत करती है।
स्मार्ट सीमेंट लैब्स से लेकर रोबोटिक्स, एआई आधारित इनोवेशन, डीकार्बोनाइजेशन शोध और करियर अवसरों तक, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भारत की युवा प्रतिभा केवल रोजगार योग्य ही न रहे बल्कि उद्यमी भी बने। युवाओं की शक्ति ही विकसित भारत की प्रेरक शक्ति है, और हम दृढ़ता से मानते हैं कि ‘पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया’। जैसे सीमेंट राष्ट्र का इंफ्रास्ट्रक्चर बनाता है, वैसे ही फ्यूचरX जनरेशन Z इंडिया की आकांक्षाओं और क्षमताओं का निर्माण करेगा, और प्रतिभा, नवाचार तथा जिम्मेदारी को जोड़कर देश की प्रगति को गति देगा।”
अदाणी सीमेंट पहले से ही 1,500 से अधिक ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी और डिप्लोमा इंजीनियर ट्रेनी का टैलेंट पूल तैयार कर रहा है और भविष्य के लीडर्स बनाने हेतु उन्नत नेतृत्व कार्यक्रम चला रहा है। यह पहल इस विश्वास को मजबूत करती है कि इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को क्षमता निर्माण और इनोवेशन के साथ कदमताल मिलाकर चलना चाहिए।