बरेली,संवाददाता : उत्तर प्रदेश के बरेली में हैरान कर देने वाला प्रकरण सामने आया है। नवाबगंज के दो युवकों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नाम पर पूर्व विधायक से ठगी करने का प्रयास किया। शिकायत मिलने पर जांच पड़ताल की तो पुलिस भी हैरान रह गई। पुलिस ने रविंद्र मौर्य नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया । उसका साथी शाहिद फरार है। पुलिस उसे तलाश कर रही है। नवाबगंज थाने में दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
जानकारी के अनुसार आरोपी रविंद्र ने जनवरी में पीलीभीत के बरखेड़ा के विधायक रहे किशनलाल राजपूत से फोन पर नौ बार कॉल किया था। उसने खुद को केंद्रीय मंत्री अमित शाह बताया और लोकसभा चुनाव के लिए टिकट का लालच देकर रुपये ऐंठने का प्रयास किया । शिकायत पर पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी का पता लगाया और पूछताछ के लिए थाने बुलाया।
एक युवक से छीना था सिम
पूछताछ में पता चला कि रविंद्र जिस नंबर से कॉल करता था, वह हरीश के नाम पर दर्ज़ है। हरीश नवाबगंज के गांव समूहा का रहने वाला है। पुलिस ने उससे पूछताछ की। हरीश ने कहा कि उसने यह सिम दिसंबर 2023 में खरीदा था। रविंद्र और शाहिद ने जबरदस्ती धमकार उससे छीन लिया था।
पुलिस के अनुसार इसी नंबर से पूर्व विधायक किशनलाल को कॉल किया गया। जब रविंद्र को पूछताछ के लिए थाने बुलाया तो उसने सिम नष्ट करके फेंक दिया। ट्रूकॉलर एप पर उक्त फोन नंबर गृह मंत्रालय नई दिल्ली के नाम से पाया गया। व्हाट्सएप पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तस्वीर लगा रखी थी।
इंस्पेक्टर क्राइम विनोद कुमार के अनुसार रविंद्र और शाहिद गिरोह बनाकर इस तरह की धोखाधड़ी करते हैं। यह गिरोह राजनीतिक दल के सांसदों और विधायकों पर पूरी नजर रखता है। मौका आने पर ठगी करता है। दोनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रविंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। दूसरे आरोपी शाहिद की तलाश की जा रही है।