वाराणसी, संवाददाता : लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के विस्तारीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब तक 23 किसानों ने एयरपोर्ट में रनवे विस्तार के लिए अपनी करीब एक एकड़ जमीन का बैनामा कर दिया है। नवंबर तक 5932 किसानों से विस्तारीकण के लिए चिह्नित 290 एकड़ जमीन का बैनामा पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों से जमीन लेने के बाद दिसंबर में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को स्वामित्व सौंपा जाएगा।
राज्य सरकार ने 550 करोड़ रुपये जारी की पहली किस्त
एयरपोर्ट के रनवे विस्तार और नए टर्मिनल भवन के लिए चिह्नित जमीन की खरीद के लिए राज्य सरकार ने 550 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी है। अब प्रशासन ने सहमति के आधार पर किसानों से बैनामा लेना शुरू कर दिया है। खेतों में खड़ी फसल कटने के बाद इस पर कब्जे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसमें सगुनहा, घमहापुर, करमी, बैकुंठपुर, पुरा रघुनाथपुर और बसनी समेत अन्य गांव शामिल हैं। इन गांवों की 290 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। इसके लिए 5955 किसानों की गाटावार जमीन का ब्योरा भी जुटाया गया है।
दरअसल, 109 एकड़ में रनवे का विस्तार और 181 एकड़ जमीन पर नए टर्मिनल भवन का निर्माण प्रस्तावित है। रनवे विस्तार के लिए पुरा रघुनाथपुर व बसनी में 109 एकड़ जमीन ली जाएगी। टर्मिनल भवन सहित अन्य सुविधाओं के लिए घमहापुर, धरमनपुर, सगुनहा, बैकुंठपुर कर्मी और मंगारी से 181 एकड़ जमीन ली जाएगी। जमीन की खरीद के लिए 1018 करोड़ रुपये खर्च का आंकलन किया गया है।
बोइंग और मालवाहक विमानों की आसान होगी लैंडिंग व टेकऑफ
वर्तमान में एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2743 मीटर है और नए प्रस्ताव के मुताबिक इसे 4075 किया जाना है। सिडनी की तर्ज पर रनवे के नीचे से सड़क गुजारने की भी योजना है। 650 मीटर के टनल पर 400 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है। फिलहाल इस टनल के निर्माण को लेकर मंथन जारी है।
एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 23 किसानों से सहमति के आधार पर बैनामा कर दिया है। हमने नवंबर तक सभी बैनामों का लक्ष्य रखा है। इसके बाद जमीन को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सौंप दी जाएगी। – प्रतिभा मिश्रा, एसडीएम पिंडरा और नोडल अधिकारी