प्रयागराज,रिपब्लिक समाचार, संवाददाता : उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रचने का मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद भले ही साबरमती जेल में बंद है। जिला प्रशासन द्वारा उसके काली कमाई से बनाए गए भवनों को ढहाने में लगा है। चंदौली जिले की तहसील चकिया में भी माफिया अतीक के कार्यालय पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान उक्त कार्यालय से कई संदिग्ध वस्तुए बरामद की गई ।
मौके से दो लोगों को लिया हिरासत में
चकिया के करबला में माफिया अतीक अहमद का कार्यालय था, जहां पर उसके गुर्गे अक्सर आया जाया करते थे। यह कार्यालय भी माफिया की काली कमाई से बनाया गया था, जिस पर दो साल पूर्व बुलडोजर चलाकर गिरा दिया गया था, जिसमें दो कमरे बचे हुए थे। इन्हीं दो कमरों की पुलिस ने तलाशी ली, जिसमें बड़ी संख्या में अवैध हथियार मिले।
कहा गया है कि पुलिस ने मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिन्हें पुलिस अपने साथ ले गई। इन दोनों आरोपियों की निशानदेही पर हथियारों और नगद रूपये बरामद किये गए है, जिसमें 10 पिस्टल तमंचा, तमाम कारतूस और 80 लाख के रुपये बरामद किये गए ।
3 दिन तक हुई थी घर-घर तलाशी
कार्रवाई के दौरान थाना प्रभारी धूमनगंज राजेश मौर्य मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। सूचना थी कि अंदर कोई व्यक्ति छिपा है। व्यक्ति की तलाश में पुलिस बल जुट गया। एसओजी प्रभारी विनोद यादव ने भी सर्च लाइट लेकर तलाशी ली। इसके पहले उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस और एसओजी ने 3 दिन तक अतीक अहमद के मोहल्ले चकिया के घर-घर में तलाशी ली थी।
मौके पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरि, डीसीपी नगर, डीसीपी गंगानगर समेत कई पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। आप को ज्ञात हो कि अतीक के इस कार्यालय को दो साल पहले तोड़ा जा चुका है, लेकिन पूरी तरह ध्वस्त नहीं किया गया था। कार्रवाई के दौरान प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा भी मौजूद रहे।