नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क : महिला वनडे विश्व कप में रविवार को ऑस्ट्रेलिया ने इतिहास रचते हुए वनडे इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य प्राप्त किया। विशाखापत्तनम में खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 331 रन का लक्ष्य रखा था, जिसे उसने एक ओवर शेष रहते सात विकेट खोकर पा लिया।
इससे पहले वनडे में सबसे सफल रनचेज का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम था, जिसने 2024 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 302 रन का लक्ष्य प्राप्त किया था। ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान एलिसा हीली ने शानदार फार्म को जारी रखते हुए 142 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जबकि फोएब लिचफील्ड (40), एलिस पेरी (47*) और एशले गार्डनर (45) ने अहम योगदान दिया।
पेरी हुई थीं चोटिल
पेरी चोटिल होकर बीच में रिटायर्ड हर्ट हो गई थीं, लेकिन उन्होंने टीम के संकट के समय लौटकर ऑस्ट्रेलिया को लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद की। शुरुआत में ही हीली और लिचफील्ड ने 85 रनों की तेज साझेदारी कर नींव रखी, जिसके बाद हीली और पेरी ने मिलकर भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखा। भारत ने पेरी के रिटायर हर्ट होने के बाद मैच में वापसी की कोशिश की।
अमनजोत कौर ने गार्डनर और मोलिन्यू को लगातार दो गेंदों पर आउट कर हलचल मचा दी, लेकिन पेरी की शांत बल्लेबाजी और कम गार्थ की समझदारी ने ऑस्ट्रेलिया को जीत की राह पर बनाए रखा। भारतीय टीम ने शानदार क्षेत्ररक्षण किया, पर गेंदबाजी में धार की कमी महसूस हुई। हीली की शतकीय पारी ने भारत की मेहनत पर पानी फेर दिया और ऑस्ट्रेलिया ने एक और यादगार जीत अपने नाम कर ली। यह भारतीय टीम की लगातार दूसरी हार है।