हाथरस, संवाददाता : बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ सहायक रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने के प्रकरण में बेसिक शिक्षा अधिकारी भी फंस गए हैं। सतर्कता अधिष्ठान आगरा की टीम ने उन्हें भी भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत दर्ज प्रकरण में आरोपी बनाया है और जांच शुरू कर दी है।
गिरफ्तार वरिष्ठ सहायक देवेंद्र सिंह को 28 जून को भ्रष्टाचार निरोधक न्यायालय मेरठ में पेश किया गया, वहां से देवेंद्र सिंह को जेल भेज दिया गया है। इस संबंध में सहपऊ ब्लाक के संविलियन विद्यालय चंदवारा के सहायक अध्यापक सिद्धार्थ कुमार ने सतर्कता अधिष्ठान आगरा में शिकायत की थी।
उन्होंने आरोप लगाया था कि उसके निलंबन काल की अवधि के वेतन, वेतनवृद्धि दिलाने व प्रतिकूल प्रविष्टि को हटाने के एवज में बीएसए कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक देवेंद्र सिंह 30 हजार रुपये की रिश्वत मांग कर रहा है। उसने इसमें 25 हजार रुपये बीएसए और पांच हजार रुपये स्वयं के लिए बताए थे। सतर्कता अधिष्ठान आगरा की टीम ने 27 जून को देवेंद्र सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया था। देवेंद्र को निलंबित कर जेल भेज दिया गया।
कहा जा रहा है कि इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता ने टीम का सहयोग नहीं किया। मांगे जाने के बाद भी तीन घंटे तक पत्रवाली टीम को उपलब्ध नहीं कराई व बिना बताए ऑफिस से चले गए। एसपी सतर्कता अधिष्ठान शगुन गौतम ने कहा कि शिकायतकर्ता और गिरफ्तार आरोपी ने अपने बयान में बीएसए का नाम भी लिया। इसी के आधार पर उनका नाम मुकदमे में शामिल कर लिया गया है। नोटिस जारी कर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।