नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : बेंगलुरु में आरसीबी के जश्न के दौरान मची भगदड़ में 11 परिवारों किसी अपने को खो दिया। सरकार ने पीड़ितों के परिजनों को मिलने वाले मुआवजे की राशि बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दिया है, लेकिन ये पैसा उनके दुख को कम नहीं कर सकता।
इसी भगदड़ में जान गंवाने वाले 21 साल के भौमिक लक्ष्मण के पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। भौमिक लक्ष्मण के पिता ने हसन जिले के अपने पैतृक गांव में ही बेटे की कब्र बनाई हुई है। बेटे की कब्र से लिपटे और रोते-बिलखते पिता की वीडियो सामने आई, तो देखने वालों की आंखें भी नम हो गईं।
बेटे का बना दिया स्मारक
भाजपा की कर्नाटक इकाई ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर इसका वीडियो शेयर किया है। वीडियो में रोते-बिलखते पिता को कुछ लोग संभालते हुए दिखाई दे रहे हैं। बीटी लक्ष्मण कहते हैं कि मैंने अपने बेटे के लिए जो जमीन खरीदी थी, उसी पर उसका स्मारक बना दिया है।
उन्होंने कहा मेरे बेटे के साथ जो हुआ, वह किसी और के साथ नहीं होना चाहिए। किसी भी पिता को वह सब नहीं सहना चाहिए, जो मैं सह रहा हूं। मुझे कहीं नहीं जाना है, मैं अपने बेटे की कब्र के पास ही रहना चाहता हूं।
इंजीनियरिंग का छात्र था भौमिक
बता दें कि भौमिक लक्ष्मण इंजीनियरिंग फाइनल ईयर का छात्र था। उसके पिता बीटी लक्ष्मण ने सरकार से अपील की थी कि उनके बेटे का पोस्टमार्टम नहीं किया जाए और उसका शव दे दिया जाए। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम हम पीड़ितों से आकर मिल सकते हैं, लेकिन मेरे बेटे को वापस नहीं ला सकते।
बेंगलुरु में हुई भगदड़ के बाद अब सियासत भी शुरू हो गई है। भाजपा लगातार कुप्रबंधन और लापरवाही का आरोप लगाकर कांग्रेस पर निशाना साध रही है। वहीं कांग्रेस बार-बार भाजपा से इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने की अपील कर रही है।