वाशिंगटन, एजेंसी : अमेरिका के वर्जीनिया के अलेक्जेंड्रिया में नेशनल साइंस फाउंडेशन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बोले कि विकास की गति को बनाए रखने के लिए भारत और अमेरिका पाइपलाइन ऑफ टैलेंट की आवश्यकता है।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में दिया बढ़ावा
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में शिक्षा और स्कीलिंग को बढ़ावा दिया है। हमने स्कूलों में 10,000 अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना की है, जहां बच्चों को कई तरह के इनोवेशन करने के लिए हर सुविधाएं दी जा रही हैं। हमारा लक्ष्य इस तकनीकी दशक बनाने का है।
‘भारत-अमेरिका को पाइपलाइन ऑफ टैलेंट की जरूरत’
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत-अमेरिका को ग्रोथ की गति बनाए रखने के लिए एक पाइपलाइन ऑफ टैलेंट की भी आवश्यकता है। जहां एक ओर अमेरिका के पास उच्च कोटि के शिक्षण संस्थान और तकनीक हैं तो वहीं भारत के पास विश्व की सबसे बड़ी युवा समूह है। इसलिए मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि भारत और अमेरिका की साझेदारी सस्टेनेबल और इंक्लूसिव ग्लोबल ग्रोथ का इंजन साबित होगी।
यूएस से 750 फैकल्टी मेंबर आ चुके हैं भारत- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले कि विश्व भर में फैले वैज्ञानिकों और उद्यमियों का भारत के संस्थानों के साथ संबंध बढ़ाने के लिए हमने 2015 में GIAN (ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ एकेडमिक नेटवर्क्स) अभियान शुरू किया था। मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि अब तक इस योजना के तहत यूएस से 750 फैकल्टी मेंबर भारत आ चुके हैं। मैं अमेरिका में शिक्षा और रिसर्च से जुड़े सर्विंग और रिटायर लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वे अपनी छुट्टियां खास तौर पर विंटर विकेशन भारत में बिताएं और भारत की संस्कृति को जाने पहचाने । इसके आलावा ही भारत की नई युवा पीढ़ी के साथ अपना ज्ञान भी शेयर करे ।