कानपुर, संवाददाता : छह महीने पूर्व दिव्या को जब मुकेश ने टीवी पर राजनीतिक कार्यक्रम का मजाक बनाने पर मारपीट किया , तो यह बात दिव्या ने अपने प्रेमी संजय को मोबाईल पर बताई। दोनों ने मिलकर मुकेश को रास्ते से हटाने की योजना बनायी।
कानपुर में गोविंदनगर के स्वर्णजयंती विहार में बीजेपी के बूथ अध्यक्ष मुकेश नारंग की हत्या के मामले में आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया। छह माह पूर्व टीवी देखने के दौरान एक राजनीतिक कार्यक्रम की खिल्ली उड़ाने पर दिव्या को पीट दिया था। तब ही दिव्या ने अपने प्रेमी संजय के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची।
उस वक्त पति मुकेश नारंग को चाय में सल्फास मिलाकर मारने का प्रयास भी किया था , लेकिन वह बच गया। दोबारा वारदात के दिन चाय में नींद की गोलियां देने के बाद घर आए प्रेमी संग मिलकर मुकेश की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने महिला व उसके प्रेमी को जेल भेज दिया। एसीपी बाबूपुरवा अमरनाथ यादव ने बताया कि मुकेश नारंग की पत्नी दिव्या का घर कौशांबी के चरवा समसपुर में है।
शराबी पति करता था पिटाई
दिव्या की पहली शादी जनवरी 2020 में प्रयागराज के करेली निवासी एक युवक से हुई थी। पति शराबी था उसे आए दिन पीटता था। तंग आकर 20 दिन बाद ही मायके चली गई थी। पहले पति से तलाक हो गया। तभी दिव्या की नजदीकियां गांव के संजय पाल से हो गईं। इधर जून 2022 में दिव्या के चाचा ने उसकी शादी तलाक शुदा मुकेश नारंग से कर दी। शादी के बाद भी दिव्या अक्सर संजय से घंटों बात करती थी।
दिव्या ने अपने प्रेमी संजय को मोबाईल पर बताई थी ये बात
छह माह पूर्व दिव्या को जब मुकेश ने टीवी पर राजनीतिक कार्यक्रम का मजाक बनाने पर जलील करते हुए मारपीट किया था , तो यह बात दिव्या ने अपने प्रेमी संजय को फोन पर जानकारी दिया । दोनों ने मिलकर मुकेश को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। संजय ने दिव्या को एक शीशी में सल्फास लाकर दिया। दिव्या ने संजय की चाय में सल्फास मिलाकर दे दिया, लेकिन सल्फास पानी में बेअसर होने के चलते मुकेश की जान बच गई थी।
पति को चाय में नींद की 10 गोलियां देकर कर दिया बेहोश
जबकि , उसे इस घटना की भनक तक नहीं हुई थी। दोबारा 24 नवंबर की रात दिव्या ने मुकेश को चाय में नींद की 10 गोलियां देकर बेहोश कर दिया। इसके बाद फोन करके संजय को घर बुलाया। संजय घर पहुंचा, तो मुकेश को होश में आ गया। संजय को देख गालीगलौज करने लगा। इस पर दोनों ने उसका गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद संजय को बाहर निकालकर खुद अपनी ननद के घर जाकर फर्जी कहानी गढ़ी थी।
सीडीआर और सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
जांच में जुटी पुलिस ने जब दिव्या के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाली तो उसमें संजय के साथ घंटो की बातचीत के साक्ष्य मिले। मोबाइल से दोनों की चैट भी मिली। पुलिस ने घर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो संजय के आने-जाने के साक्ष्य मिले।