प्रतापगढ़,संवाददाता : गिरफ्तार चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र के तिलौरी गांव का रहने वाला है। वर्ष 1996 बैच के सिपाही से दो वर्ष पहले ही प्रमोशन पाकर दरोगा बना है। बीते 21 अगस्त को ही राजातालाब चौकी प्रभारी बनाया गया था। तैनाती के 29 दिन ही हुए थे और घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला गिरफ्तार
रंगदारी व मारपीट के मुकदमे में सुलह के बाद भी गिरफ्तारी का दबाव बनाने और धारा हटाने से इन्कार करके 20 हजार रुपये घूस लेने के आरोप में राजातालाब चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी प्रभारी के खिलाफ मिर्जामुराद थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि प्रभारी ने पुलिस चौकी में बुलाकर घूस ली, जहां से एंटी करप्शन की टीम ने दबोच लिया। दरोगा को 29 दिन पहले ही चौकी प्रभारी की जिम्मेदारी मिली थी। हाल ही में घूसखोरी के आरोप में मड़ौली चौकी प्रभारी अजय यादव को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। जनवरी से अब तक 27 पुलिस कर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार व अनुशासनहीनता के आरोप में कार्रवाई हो चुकी है।
राजातालाब थाना क्षेत्र के भीमचंडी निवासी धर्मेंद्र गुप्ता, श्यामलाल गुप्ता और जय मोदनवाल के बीच जमीन का विवाद था। जय ने धर्मेंद्र गुप्ता, श्यामलाल गुप्ता समेत पांच के खिलाफ छह जून को मारपीट समेत साठ हजार रुपये रंगदारी मांगने समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में समझौता हो गया। कचहरी में हुए समझौते की एक कॉपी हाईकोर्ट भेजी गई, फिर समझौता पत्र राजातालाब चौकी प्रभारी धर्मेंद्र शुक्ला को सौंप दी गई।
आरोप है कि चौकी प्रभारी रंगदारी की धारा हटाने के लिए तैयार नहीं थे। गिरफ्तार करने पर अड़े थे। बाद में घूस मांगने लगे। इस बीच मामले की शिकायत एंटी करप्शन की वाराणसी मंडल इकाई से गई। एंटी करप्शन ने जाल बिछाया और पीड़ितों को 20 हजार रुपये लेकर राजातालाब चौकी पर जाने का सुझाव दिया। चौकी प्रभारी ने रुपये हाथ नहीं पकड़े और पास ही तकिया के नीचे रखवा दिया। पीड़ितों के चौकी से बाहर जाते ही प्रभारी ने तकिया के नीचे रखे रुपये निकाले और उनकी गिनती शुरू कर दी।
एंटी करप्शन की टीम ने की गिरफ्तारी
इसी बीच एंटी करप्शन की टीम ने चौकी प्रभारी को दबोच लिया। टीम के अनुसार , चौकी प्रभारी का हाथ धुलवाया गया तो रुपये में लगे विशेष केमिकल सामने आ गए। गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर योगेंद्र कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह, निरीक्षक राकेश बहादुर, हेड कांस्टेबल शैलेंद्र राय, सुमित कुमार आदि रहे।