रायपुर, ब्यूरो : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देशभर में मनी लाड्रिंग और साइबर अपराधों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा अभियान चलाया है। 28 शहरों में कार्रवाई के बीच रायपुर जोनल कार्यालय देशभर में सबसे आगे रहा है। मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद को पीछे छोड़ते हुए 8,000 करोड़ रुपये की मनी लाड्रिंग का मामला टीम ने उजागर किया है। महादेव आनलाइन बेटिंग एप से जुड़ी जांच में अब तक 2,311 करोड़ रुपये फ्रीज और 13 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
श्रीनगर में हुई बैठक में ईडी प्रमुख राहुल नवीन ने जानकारी दी है कि ईडी ने 2020 से अब तक 28,000 करोड़ की अवैध आय और 8,500 करोड़ की संपत्तियों की पहचान की है। 106 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। विदेश से आपरेट हो रहे गिरोहों पर शिकंजा कसा जा रहा है। देशभर में ईडी ने साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है, जिसमें 28 से अधिक शहरों में मौजूद ईडी कार्यालय शामिल हैं।
रायपुर सबसे आगे, मुंबई-दिल्ली-हैदराबाद पीछे
ईडी की रायपुर जोनल कार्यालय अन्य जोन मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद की तुलना में देश के सबसे बड़े साइबर अपराध की जांच कर रहा है। इसके मुकाबले मुंबई कार्यालय 6,000 करोड़ रुपये, दिल्ली की दो हाई-इंटेंसिटी यूनिट 5,300 करोड़ रुपये और हैदराबाद कार्यालय 2,600 करोड़ रुपये के मामलों की जांच कर रही हैं। इस तरह देशभर में साइबर अपराध और मनी लाड्रिंग मामलों की जांच में रायपुर कार्यालय ने अग्रणी भूमिका निभाते हुए सबसे बड़े घोटाले को उजागर किया है।
महादेव एप केस में अब तक की कार्रवाई
160 से ज्यादा जगहों पर छापे
19 करोड़ रुपये नकद जब्त
17 करोड़ रुपये के कीमती आभूषण व संपत्तियां बरामद
बैंक और डीमैट खातों में रखे 2,311 करोड़ रुपए फ्रीज
अब तक 13 गिरफ्तारियां।
मुख्य आरोपित और मास्टरमाइंड की यूएई से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जारी।
महादेव सट्टा एप सबसे बड़ा मामला
रायपुर कार्यालय सबसे बड़ा महादेव एप सट्टेबाजी मामले की जांच कर रहा है। इस प्रकरण में 160 से अधिक छापों में 19 करोड़ रुपये नकद, 17 करोड़ रुपये के कीमती सामान और बैंक,डीमैट खातों में रखे 2,311 करोड़ रुपये को फ्रीज किया गया है।
