पेरिस,एपी : फ्रांस में श्रमिकों की हड़ताल से गुरुवार को परिवहन व्यवस्था बुरी तरह से धवस्त हो गई। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के संसद में बिना मतदान कराए सेवानिवृत्त होने की अधिकमत आयु बढ़ाए जाने के बाद फ़्रांस के लोगों का गुस्सा फूटने के बाद देश के लेबर संगठनों ने गुरुवार को पहली बार बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया गया।
देशव्यापी हड़ताल का नौंवा चरण
प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशनों, पेरिस में चार्ल्स डे गौल्ले हवाई अड्डे और रिफाइनरी में जाम लगा दिया । जिसके कारन हाई स्पीड एवं अन्य ट्रेनें, पेरिस मेट्रो और अन्य बड़े शहरों में यातायात प्रणाली एक दम से धवस्त हो गई । पेरिस के ओर्ले हवाई अड्डे में करीब 30 प्रतिशत उड़ानें कैंसिल कर दी गईं। फ्रांस के आठ मुख्य श्रमिक संघ जनवरी से आंदोलन कर रहे हैं।
गुरुवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन एवं हड़ताल का नौंवा चरण था। पेंशन सुधार और मैक्रों के नेतृत्व के विरोध में होने वाले छोटे मोटे प्रदर्शनों में विगत के दिनों में हिंसा तेज हो गई है। दूसरी तरफ फ्रांस के विपक्षी नेता सड़कों पर उतर आए और जमकर विरोध कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने बुधवार को कहा कि सेवानिवृत्ति आयु सीमा को 62 से बढ़ाकर 64 वर्ष करने के सरकार के विधेयक को वर्ष के अंत में लागू किया जाना चाहिए।