गाजा, एजेंसी : इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध में अब तक हजारों लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। फलस्तीन के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक , पिछले चार महीनों में गाजा पर इजरायल की हवाई बमबारी और जमीनी हमले में गाजा में 27,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। वहीं, एक बचावकार्य में छह साल की फलस्तीन लड़की समेत दो बचाव् कर्मी छह लोग मृत पाए गए । लड़की का नाम हिंद रज्जब था।
यूएन एजेंसी ने इजरायल पर लगाए आरोप
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक दो बचावकर्मियों को उस लड़की को ढूंढने के लिए 29 जनवरी की शाम को एक एम्बुलेंस में भेजा गया था, लड़की गाजा शहर में अपने परिवार के छह मृत सदस्यों के साथ एक वाहन में फंसी हुई थी। यूएन एजेंसी ने दावा किया कि वे इजरायली गोलीबारी से मारे गए।
रेड क्रिसेंट ने शनिवार को एक बयान में, इजरायली बलों पर एम्बुलेंस पर बमबारी करने का आरोप लगाया। रेड क्रिसेंट ने जली हुई और लगभग पहचान में न आने वाली एम्बुलेंस की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा किया। इजरायली सेना ने रेड क्रिसेंट के आरोपों पर टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया। सेना ने पिछले सप्ताह कहा था कि उसे इस घटना की जानकारी नहीं है।
गाजा के अधिकारियों के मुताबिक , मृतकों में 12,000 से अधिक बच्चे हैं। बच्चों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र एजेंसी, यूनिसेफ ने शुक्रवार को कहा कि 600,000 से ज्यादा बच्चे और उनके परिवार दक्षिणी गाजा शहर राफा में विस्थापित हो गए हैं। गाजा में इजरायल का युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास ने इजरायल पर सीमा पार हमला किया, जिसमें इजरायली अधिकारियों ने कहा कि लगभग 1,200 लोग मारे गए।
गाजा में संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी के मुख्यालय के नीचे मिली सुरंग
इजरायली सेना ने गाजा में फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के मुख्यालय के नीचे 700 मीटर लंबी सुरंग का पता लगाया है। सेना ने गुरुवार को पत्रकारों को सुरंग देखने के लिए आमंत्रित किया। इससे पता चलता है कि हमास संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी का किस तरह दुरुपयोग कर रहा है। वहीं फलस्तीन ने इजरायल पर यूएनआरडब्ल्यूए को बदनाम करने का आरोप लगाया।
यूएनआरडब्ल्यूए में 13,000 लोग कार्यरत हैं। यह गाजा पट्टी और सहायता पर निर्भर लोगों के लिए जीवन रेखा रही है। यह एजेंसी प्राथमिक विद्यालय, स्वास्थ्य देखभाल क्लीनिक और अन्य सामाजिक सेवाएं मुहैया कराती है। सेना ने दावा किया कि मुख्यालय ने सुरंग को बिजली की आपूर्ति की। यूएनआरडब्ल्यूए का कहना है कि उसे सुरंग के बारे में कोईगाजा में संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी के मुख्यालय के नीचे मिली सुरंग के बारे में कोई जानकारी नहीं है।