कोटद्वार, कोटद्वार : उत्तराखंड में कोटद्वार पाैड़ी हाईवे पर सिद्धबली मंदिर के सामने कार्बेट के रिसेप्शन सेंटर के पास सोमवार शाम को हाथियों का एक झुंड आ धमका। गनीमत यह रही कि हाथियों के झुंड के सामने कोई नहीं पड़ा ।
हाथियों को सड़क पर देखकर लोगों में अफरातफरी मच गई। हाथी ने सड़क पर जमा लोगों को थोड़ी दूर तक दौड़ाया। सड़क पर दोनों ओर वाहनों के पहिए थम गए। बाद में हाथियों का झुंड यहां से खोह नदी में उतर गया।
सोमवार को नए वर्ष के मौके पर हजारों लोग सिद्धबली मंदिर के दर्शनों के लिए आए हुए थे। शाम करीब सवा पांच बजे भीड़ काफी छंट चुकी थी, लेकिन इसके बाद भी सैकड़ों लोग इस क्षेत्र में मौजूद थे। काफी बच्चे चिल्ड्रन पार्क में भी खेलने में मस्त थे। तभी एक शिशु समेत छह हाथियों का झुंड सड़क पार करने के लिए जंगल से निकला।
हाथी का नियमित गलियारा होने के कारण लैंसडौन वन विभाग के कर्मचारी आसपास ही मौजूद थे। वाहनों के शोर और लोगों की भीड़ के बीच काफी देर तक हाथियों को जब खोह नदी में जाने के लिए सड़क पार करने का अवसर नहीं मिला तो हाथी ने चिंघाड़ कर पहले चेतावनी दी और फिर सड़क पर आ धमके ।
करीब 45 मिनट तक हाथी सड़क के आसपास जमे रहे। इस दौरान दोनों ओर का यातायात थम गया। हाथी के खोह नदी में जाने के बाद ही यातायात सामान्य हो सका। सोमवार को हाथी काफी देर तक पुलिंडा मार्ग पर भी चहलकदमी करता रहा।
डीएफओ नवीन पंत ने कहा कि तिलवाढांग में वन विभाग की चौकी है। यहां पर वन कर्मी मुस्तैद रहते हैं। हाथी को चिढ़ाना नहीं चाहिए। हाथी दिखने पर हाथी को जाने का रास्ता दिया जाना चाहिए, अन्यथा वह हिंसक हो जाता है।