देहरादून, संवाददाता : केदारनाथ में श्रद्धालुओं से भरा एक बेल-407 हेलिकॉप्टर अचानक गौरीकुंड के पास क्रैश हो गया। इस क्रैश में सात लोगों की जान चली गई। इसमें पायलट राजवीर सिंह चौहान (37) भी थे। अभी 6 महीने पहले वो जुड़वा बच्चों के पिता बने थे।
लेकिन 30 जून को राजवीर के माता-पिता की 50वीं शादी की सालगिरह और नवजात बच्चों के जलवा पूजन का आयोजन निर्धारित था। गार्डन बुक हो गया था, कपड़े भी बनकर तैयार हो चुके थे। लेकिन फादर्स डे की सुबह 7:30 बजे जो खबर आई, उसने सारी खुशियों को गम में बदल दिया। जयपुर के रहने वाले 37 वर्षीय पायलट और पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल राजवीर सिंह का निधन इस दुर्घटना में हो गया।
पत्नी दीपिका चौहान भी सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल
उनकी पत्नी दीपिका चौहान भी सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। विगत हाल ही में दीपिका चौहान ने जुड़वां बेटों को जन्म दिया था। परिवार में खुशी का माहौल था। जयपुर के शास्त्री नगर में रहने वाले राजवीर सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायर हुए थे। सितंबर 2024 में उन्होंने निजी एविएशन कंपनी को बतौर पायलट ज्वाइन किया था। करीब डेढ़ माह पहले उन्होंने यहां हैलीकॉप्टर उड़ाना शुरू किया था।
राजवीर के पिता गोविंद सिंह चौहान ने ,कहा कि शादी के 14 वर्ष बाद उसके यहां 4 महीने पहले जुड़वां बच्चे हुए थे, जिनके फंक्शन की तैयारी चल रही थी। गोविंद सिंह चौहान बोले कि 10 दिन बाद राजवीर छुट्टी लेकर घर आने वाला था। बच्चों के फंक्शन के लिए सारी तैयारियां हो चुकी थीं लेकिन हेलीकॉप्टर क्रैश की खबर ने सारी खुशियां निगल लीं।
राजवीर के पिता बोले कि फादर्स डे के दिन रविवार को राजवीर के हादसे में मृत्यु की सूचना उन्हें मिली। बच्चों के सिर से पिता का साया उठा गया। उन्होंने बताया कि रविवार सुबह 7:45 पर साथी कैप्टन वीके सिंह ने उन्हें कॉल कर राजवीर के हेलीकॉप्टर क्रैश की सूचना दी।