नई दिल्ली, वर्ल्ड डेस्क : गाजा और इस्राइल के बीच करीब एक वर्ष से जंग छिड़ी हुई है। वहीं,इस्राइल का हिजबुल्ला से भी तनाव चरम पर है। इसी बीच, यमन ने भी इस्राइल पर मिसाइल दागी। जबकि , इस्राइल के रक्षा बलों का दावा है कि उन्होंने मिसाइल को पहले ही अपने एरो एरियल डिफेंस सिस्टम के जरिए मार गिराया। इसके अलावा एक मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इस्राइल ने हिजबुल्ला के साथ संघर्षविराम को नकार दिया है।
‘सायरन और विस्फोट सुने गए’
इस्राइल के सुरक्षा बलो ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘यमन की तरफ से दागी गई मिसाइल को इस्राइल के एरो एरियल डिफेंस सिस्टम के दवारा सफलतापूर्वक मार गिरा दिया । मिसाइल के फटने और छर्रे गिरने के बाद सायरन और विस्फोट सुने गए।’
इस्राइल ने किया इससे इनकार
जबकि एक मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा है कि इस्राइल ने हिजबुल्ला के साथ संघर्षविराम की बात को सिरे से ख़ारिज कर दिया है।
अमेरिका ने किया आह्वान
लेबनान और इस्राइल के बीच बढ़ते तनाव के चलते , अमेरिका ने तनाव को बढ़ने से रोकने तथा वहां और गाजा में कूटनीति को मौका देने के लिए इस्राइल-लेबनान सीमा पर 21 दिनों के युद्ध विराम का आह्वान किया है। पेंटागन ने कहा कि युद्ध विराम की योजना पर अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन III, ब्रिटिश रक्षा सचिव जॉन हीले और ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने सहमति जताई है। बता दें, लंदन में गुरुवार ऑकस रक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक में इन लोगों की मुलाकात हुई थी।
इसलिए संघर्ष विराम जरूरी
ऑस्टिन बोले, इस्राइल और लेबनान में बढ़ता तनाव चिंता की बात है। हिजबुल्ला 7 सितम्बर के बाद से इस्राइल पर हमले कर रहा है। ऐसे में, तत्काल 21 दिन का युद्ध विराम एक स्थायी व्यवस्था हासिल करने के लिए आवश्यक कूटनीति के लिए समय देगा, जिससे इस्राइल और लेबनानी नागरिक सुरक्षित रूप से अपने घरों में लौट सकेंगे। इस समय का उपयोग गाजा में युद्ध विराम सुनिश्चित करने और सभी बंधकों को घर वापस लाने के लिए एक समझौते को पूरा करने और उसे लागू करने के लिए भी किया जा सकता है।’
इस बीच, फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने गाजा में इस्राइल की सैन्य कार्रवाइयों के निरंतर समर्थन के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की कड़ी निंदा की है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस्राइल को हथियारों की आपूर्ति रोकने का आह्वान किया है।