बरेली, संवाददाता : एसएसपी अनुराग आर्य ने सुस्त और लापरवाह थानेदारों पर कार्रवाई करनी शुरू कर दिया है। सोमवार दिन में उन्होंने आंवला व हाफिजगंज के इंस्पेक्टरों को हटाकर नई तैनाती की तो पता लगा कि आंवला के नए इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने भर्ती बोर्ड से रिकॉर्ड की जानकारी छिपा ली। रात में ही उन्हें निलंबित कर सिद्धार्थ सिंह तोमर की आंवला में नई नियुक्ति कर दी।
एसएसपी ने अच्छे कार्यो और पूर्व रिकॉर्ड की मेरिट के आधार पर थानेदारों की नियुक्ति कर रहे हैं। उनकी अध्यक्षता में भर्ती बोर्ड ने हाल ही में करीब 66 इंस्पेक्टर व दरोगा का साक्षात्कार लिया था। इसमें इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार को उन्होंने आंवला कोतवाली का इंस्पेक्टर बनाया। भोजीपुरा इंस्पेक्टर जगत सिंह को हाफिजगंज इंस्पेक्टर बनाया गया तो भोजीपुरा थाना प्रभारी की नियुक्ति साइबर सेल में तैनात एसआई रामरतन सिंह को सौंप दी गई।
इधर बधाई दी गई तो उधर खुल गई पोल
प्रवीण कुमार को दोपहर में आंवला का प्रभार मिला तो शाम चार बजे उन्होंने कार्यभार ग्रहण कर लिया। उन्हें बधाई संदेश आने लगे। इस बीच कुछ विभागीय कर्मियों ने ही उनका कच्चा चिट्ठा कप्तान तक पहुंचा दिया।
पता लगा कि पीलीभीत में उनकी तैनाती के दौरान बवाल हुआ था जिसमें उन पर कार्रवाई की गई थी। उन्होंने भर्ती बोर्ड से यह जानकारी छिपा ली। इसे अक्षम्य मानकर एसएसपी ने कार्रवाई कर दी। रात पौन बजे पुलिस लाइन के ही इंस्पेक्टर सिद्धार्थ सिंह तोमर को आंवला इंस्पेक्टर की तैनाती दे दी गई।
इंस्पेक्टर जनशिकायतों की सुनवाई में नहीं ले रहे थे रूचि
थाना प्रभारी आंवला वीरेश कुमार को जनसमस्याओं में शिथिलता बरतने, जमीन संबंधी विवादों में चौकी प्रभारी व अधीनस्थों पर प्रभावी नियंत्रण न रख पाने की वजह से एसएसपी ने लाइन हाजिर किया है। बताते हैं कि वह जनप्रतिनिधियों के फोन भी दरकिनार कर मनमानी से काम कर रहे थे।
वहीं हाफिजगंज थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह को जन सुनवाई डेस्क व अधिकारियों की ओर से निर्गत आदेश का पालन न करने पर लाइन हाजिर किया गया। एसएसपी कार्यालय में हाफिजगंज थाना क्षेत्र से सबसे ज्यादा शिकायतें पहुंच रही थीं। विवाद के तमाम मामलों में थाना प्रभारी न तो एनसीआर और न एफआईआर दर्ज कराते थे। वह मेडिकल परीक्षण को मजरूबी चिट्ठी देकर भेज देते थे।