नई दिल्ली, न्यूज़ डेस्क : सही दिशा में कठिन श्रम, सही नीयत और अथक लगन आपको लक्ष्य तक पहुंचा सकती है, बस आपको लगे रहने की आवश्यकता होती है। इस हौसले को कमलेश्वर डोडियार ने रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर जीत हासिल करके,हकीकत में बदलकर दिखाया है। जिस समय भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी जीत की खुशी में बड़े-बड़े दावे कर रही हैं, ऐसे में कमलेश्वर की जीत दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को आईना दिखाने का कार्य कर रही है।
आज चुनाव का अर्थ रुपया-पैसा, पीआर एजेंसी, महंगी गाड़ियां है, लेकिन कमलेश्वर डोडियार ने इन सबके आभाव में भी चुनाव जीत लिया है। यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है। कमलेश्वर के पास ना तो आलीशान घर, महंगी गाड़ी और ना ही पैसे हैं, उनके पास है तो बस जनता का प्यार। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कमलेश्वर डोडियार ने 12 लाख रुपये कर्ज लेकर चुनाव लड़ा और जीत। वह झोपड़ी में रहते हैं।
बाइक से भोपाल हुए रवाना
सोशल मीडिया पर कमलेश्वर का एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वो एक बाइक पर सवार होकर भोपाल विधानसभा में कागज जमा करने जा रहे हैं। उनकी बाइक पर ‘MLA’ लिखा हुआ है। वर्तमान समय में एक मामूली नेता भी स्कार्पियो और फॉर्च्यूनर कार लेकर चलते हैं उस जमाने में डोडियार बाइक से सवारी करते हुए नजर आ रहे हैं।
कमलेश्वर डोडियार एक मात्र गैर भाजपा-कांग्रेस विधायक
कमलेश्वर डोडियार एक मात्र गैर भाजपा-कांग्रेस विधायक है। रिपोर्ट्स के अनुसार , आदिवासी नेता कमलेश्वर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूर्ण की है। आदिवासी बहुल सैलाना विधानसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी के बैनर तले चुनाव जीता है। उनकी जीत ने सभी को हैरान कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को हराकर विजय हासिल की है, वहीं भाजपा का प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहा।