कोलकाता, संवाददाता : पिछले वर्ष नवंबर में हुई आईपीएल की नीलामी में उन्हें खरीदार नहीं मिल रहा था और आज वे गत बार की चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के कप्तान हैं, जिनके कंधों पर खिताब बचाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।
36 वर्ष के अजिंक्य रहाणे को कप्तान बनाने के निर्णय ने सबको चौंकाया है। जिस टीम में पहले से सुनील नारायण, वेंकटेश अय्यर, आंद्रे रसेल व रिंकू सिंह जैसे टी20 स्पेशलिस्ट हैं, उसका कप्तान टेस्ट खिलाड़ी का टैग वाले नए-नवेले रहाणे को क्यों बनाया गया है? यह सवाल बहुतों के मन में है।
1.5 करोड़ रुपये में खरीदा
नीलामी के पहले दिन रहाणे को खरीदने में किसी फ्रेंचाइजी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। दूसरे दिन जब फिर से उनका नाम पुकारा गया तो केकेआर ने 1.5 करोड़ रुपये के आधार मूल्य पर उन्हें खरीद लिया। केकेआर से जुड़े सूत्र रहाणे को टीम में शामिल कर सीधे कप्तान बना दिए जाने को बेहद सोची-समझी रणनीति बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केकेआर का टीम प्रबंधन कप्तानी के मामले में शुरू से अनुभव को महत्व देता आया है। पहले कप्तान सौरव गांगुली से लेकर ब्रेंडन मैकुलम, जैक कैलिस, गौतम गंभीर, इयान मोर्गन व दिनेश कार्तिक तक सभी बेहद अनुभवी रहे हैं। पिछले कप्तान श्रेयस अय्यर अपेक्षाकृत युवा जरूर थे, वहीं नीतीश राणा ने कार्यवाहक के तौर पर कुछ मैचों में कप्तानी की है।