बेंगलुरु,एनएआई : कर्नाटक पुलिस ने राज्य सरकार के योजना एवं सांख्यिकी मंत्री डी सुधाकर व तीन अन्य के खिलाफ दलित परिवार को प्रताडि़त करने को लेकर एक मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार डी सुधाकर पर संपत्ति विवाद के तहत इस परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप है।
पीड़ित पक्ष ने मंत्री डी सुधाकर व तीन अन्य के खिलाफ के खिलाफ येलहंका पुलिस थाने में शिकायत दर्ज़ कराई थी, जिसके आधार पर रविवार को शिकायत के आधार पर डी सुधाकर, श्रीनिवास और भाग्यम्मा के खिलाफ दलित उत्पीड़न, धोखाधड़ी, मारपीट और जातिगत दुर्व्यवहार का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
प्रकरण की जांच जारी
मामले में सुधाकर को दूसरा आरोपित बनाया गया है। पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है। शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि मंत्री डी सुधाकर ने उसके परिवार के सदस्यों से धोखाधड़ी से संपत्ति हासिल की है। हालांकि, जमीन का विवाद अदालत में लंबित है। लेकिन आरोपितों ने एक समूह में आकर पीडि़तों पर हमला किया। पुलिस अधिकारी के अनुसार पीड़िता सुब्बाम्मा और आशा ने कहा कि मंत्री रियल एस्टेट डेवलपर्स सेवन हिल्स के साथ शनिवार को येलहंका स्थित विवादित संपत्ति पर पहुंचे।
आरोप है कि उन्होंने संपत्ति पर कब्जा करने के लिए तोड़फोड़ का प्रयास किया था। पुलिस शिकायत में कहा गया है उनकी संपत्ति पर 40 लोगों ने हमला किया था, जिनमें 15 महिलाएं भी थीं। वो लोग जेसीबी लेकर परिसर में निर्माण को तोड़ने के लिए आगे बढ़ रहे थे। इसके बाद जब सुब्बम्मा, आशा और अन्य ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनके ऊपर हमला कर दिया गया। सुब्बम्मा की बेटी आशा पर हमला किया गया। आरोपितों पर पीडि़तों के खिलाफ जातिसूचक अपशब्दों के इस्तेमाल करने का भी आरोप है।
मुख्यमंत्री ने दी प्रतिक्रिया
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि मैं सुधाकर को फोन करूंगा और उनसे बात करूंगा। इसके बाद ही इस मामले में कुछ बता सकता हूं। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भी मंत्री पर मामले के बारे में कहा कि यह एक जमीन विवाद का मामला है। डी सुधाकर के खिलाफ यह पहला मामला है। उन्हें कानून का सम्मान करना होगा।
वहीं, इस मामले में मंत्री डी सुधाकर ने कहा कि मेरे द्वारा किसी जाति को गाली देने का कोई सवाल ही नहीं है। मेरे खिलाफ साजिश रची गई है क्योंकि मैं अब मंत्री हूं। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। इस बीच, भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सुधाकर के इस्तीफे की मांग की है।