हमीरपुर,रिपब्लिक समाचार,संवाददाता : हमीरपुर जिले में सिसोलर थाना क्षेत्र के बैजेमऊ गांव में शव को जल में प्रवाहित करने के दौरान नाव पलटने से दस लोग नदी में गिर पड़े। नदी में पानी कम होने के कारण वंहा पर उपस्थित लोगों ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाल दिया। ग्रामीणों की मौजूदगी और नदी में पानी कम होने के कारण बड़ा हादसा टल गया।
बैजेमऊ गांव के निवासियों के साथ घटी घटना
बैजेमऊ गांव के धनीराम सिंह का शुक्रवार को निधन हो गया। बीमारी से निधन होने से परिजन शव जल में प्रवाहित करने गांव के बाहर से निकली केन नदी में ले गए। शव को बीच नदी में प्रवाहित करने के लिए नाव में सवार होकर 10 लोग जा रहे थे, तभी दुर्घटना हो गयी।
प्रधान जुगल किशोर ने कहा कि पत्थर बांधकर शव को जल में प्रवाहित करते समय संतुलन बिगड़ने से नाव पलट गई। इससे धनीराम सिंह का बेटा दिलीप, नाती कल्लू, मोनू सिंह ,भतीजे भोला सिंह समेत दस लोग नदी में डूबने लगे। इन लोगो में किसी को तैरना नहीं आता था।
सीओ बोले- घटना संज्ञान में नहीं
वहीं नदी तट में मौजूद ग्रामीणों ने कूदकर सभी को बाहर निकाला। सभी सकुशल है। बताया कि नदी में पानी कम होने और मौके पर तैरना जानने वाले ग्रामीणों के उपस्थित्त होने के कारण दुर्घटना टल गया। सीओ मौदहा ने कहा कि उनके संज्ञान में ऐसी कोई घटना की जानकारी अभी नहीं मिली है।
इन बातों का भी दें ध्यान
नाव में यात्रियों को आपस में विवाद नही करना चाहिए। यदि नुकसान का अहसास हो, तो यात्रियों के दबाव में नौका का संचालन कतई न करें। जब तक कुशल चालक नहीं आ जाते तब तक नाव को संचालित न करने दें।
नौका संचालन सूर्योदय के बाद यानी सुबह आठ बजे से शाम 5.30 बजे तक ही करना चाहिए। नाव की क्षमता के अनुसार ही लोगो को बैठाना चाहिए। आंधी या तेज बारिश के शुरू होते ही नाव को वापस नदी किनारे लगा देना चाहिए।