Weather : मध्य प्रदेश और राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात

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नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : अगस्त महीने की शुरुआत में मौसम विभाग ने दिल्ली यूपी समेत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर, यूपी-एमपी, बिहार एवं राजस्थान में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश और वज्रपात का पूर्वानुमान जताया है। खराब मौसम के दौरान आकाशीय बिजली गिरने और लगातार नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी का अनुमान है।

मप्र में नदियों का रौद्र रूप
मध्य प्रदेश में नदियों से सटे कई जिलों में सैकड़ों गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं। जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। सबसे खराब हालत ग्वालियर-चंबल अंचल के हैं। यहां राजस्थान के कोटा बराज, नौनार डैम से छोड़े जा रहे पानी के कारण चंबल नदी में उफान बढ़ता जा रहा है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से चार मीटर से भी ऊपर पहुंच गया है। क्वारी और आसान नदियां भी खतरे के निशान के करीब बह रही हैं।

सेना के दो हेलीकॉप्टर भी लगाए गए

श्योपुर के बड़ौदा में 2021 में आई भीषण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। शिवपुरी, दतिया व ग्वालियर के भितरवार में सिंध नदी के पानी से कई गांवों में फंसे लोगों को निकालने के लिए एसडीआरएफ के जवान मुस्तैद रहे। भोपाल अंचल के गुना में बाढ़ से घिरे गांवों के लोगों को निकालने के लिए दो दिन से सेना के जवान मुस्तैद हैं। राहत-बचाव के लिए सेना के दो हेलीकॉप्टर भी लगाए गए हैं।

शिवपुरी में सिंध नदी की बाढ़ से ग्राम पचावली में बर्बादी का मंजर नजर आया। यहां 50 परिवार बेघर हो गए हैं। धार स्थित सरदार सरोवर बांध के बैक वाटर में 36 घंटों में 3.50 मीटर की वृद्धि होने से नर्मदा किनारे कोटेश्वर तीर्थ पर गुरुवार दोपहर जलस्तर 130.60 मीटर पर पहुंच गया, जिसकी जद में अंतिम घाट भी आ गया। बाढ़ से तेंदूखेड़ा व दमोह के 24 गांव प्रभावित हुए हैं।

धौलपुर में बुलाई गई सेना
राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में हो रही भारी वर्षा से चंबल और पार्वती नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। धौलपुर में चंबल खतरे के निशान से 12 मीटर ऊपर बह रही है। यहां कई इलाके डूब गए हैं। राहत और बचाव के लिए सेना को बुलाया गया है। कोटा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर और टोंक में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें बाढ़ में फंसे लोगों को लगातार निकालने में जुटी हैं।

आज जयपुर में मध्यम से तेज बारिश जारी रह सकती है

जयपुर के मौसम केंद्र के अनुसार अगले 48 घंटे तक शेखावाटी क्षेत्र और बीकानेर के कुछ हिस्सों में तेज बारिश की संभावना है। अजमेर, कोटा और भरतपुर के कुछ हिस्सों में भी मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। दो अगस्त से इसकी तीव्रता में कमी की संभावना है, लेकिन तीन से छह अगस्त के बीच भरतपुर व जयपुर में मध्यम से तेज बारिश जारी रह सकती है।

मनाली में घरों व दुकानों तक पहुंचा ब्यास का पानी
हिमाचल प्रदेश में हो रही तेज वर्षा से मनाली के बाहंग क्षेत्र में ब्यास नदी का पानी घरों और दुकानों तक पहुंच गया। इससे मनाली-लेह मार्ग धंसने का खतरा भी बढ़ गया है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, शिमला और सिरमौर जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई है।

दूसरे दिन भी स्थगित रही केदारनाथ यात्रा
उत्तराखंड में भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा गुरुवार को दूसरे दिन भी स्थगित रही। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने 1100 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकाला। पांच हजार से अधिक यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया है। बता दें कि केदारनाथ हाईवे सोनप्रयाग व गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के पास 70 मीटर क्षतिग्रस्त है। मौसम विभाग ने देहरादून, टिहरी, चंपावत और पिथौरागढ़ के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।

यूपी के इन जिलों में आज होगी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, 1 अगस्त को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में भारी वर्षा होने की प्रबल संभावना है। जिन जिलों में भारी बारिश होगी उनमें सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, संभल एवं इनके आसपास के इलाके शामिल हैं।

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