फर्रुखाबाद, संवाददाता : थानाध्यक्ष बलराज भाटी ने कहा कि हरदोई प्रशासन ने सवायजपुर में 1.94 करोड़, मैनपुरी प्रशासन ने भोगांव थाने के नवीगंज में दो स्थानों पर 2.30 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर लिया है। इस सम्पति का मूल्य 9.83 करोड़, 12 लाख 166 रुपये है।
माफिया अनुपम दुबे और उसके परिवार वालो की तीन जिलों में 9.83 करोड़ रुपये की 13 संपत्तियां कुर्क कर ली गई। सदर तहसीलदार श्रद्धा पांडेय की अगुवाई में ढुइया, फतेहगढ़ में कार्रवाई की गई। मैनपुरी के भोगांव और हरदोई के सवायजपुर में भी कुर्की की कार्रवाई की गई ।
सदर तहसीलदार श्रद्धा पांडेय सोमवार को दोपहर राजस्व कर्मियों और थाना मऊदरवाजा थाना थानाध्यक्ष बलराज भाटी, सदर कोतवाल राजीव पांडेय के साथ मोहल्ला ढुइया पहुंचीं। वहां डुगडुगी पिटवाई गई। इसके बाद कुर्की की कार्रवाई पूरी की गई। यहां बने करीब 12 मकानों को कुर्क किया। इस जमीन की कीमत 1.64 करोड़ रुपये आंकी गई है।
छह संपत्तियां अनुपम व् परिजनों की कुर्क
इसके बाद राजस्व कर्मचारि फतेहगढ़ के मोहल्ला दालमंडी पहुंचे। वहां 550 वर्गमीटर भूभाग को कुर्क कर लिया । इसका मूल्य 1.34 करोड़ बताई गई। मोहल्ला मछली टोला में भी कुर्की कार्रवाई की गई। कोतवाली मोहम्मदाबाद क्षेत्र में भी कुर्की हुई। अनुपम सहित परिवारी जनों की छह संपत्तियों को यहां से कुर्क की गईं हैं।
लोगों को आठ दिनो में मकानों को खाली करने का नोटिस
थानाध्यक्ष बलराज भाटी ने कहा कि हरदोई प्रशासन ने सवायजपुर में 1.94 करोड़, मैनपुरी प्रशासन ने भोगांव थाने के नवीगंज में दो स्थानों पर 2.30 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली गई है। इसकी कीमत 9.83 करोड़, 12 लाख 166 रुपये है। ढुइया में बने मकानों में रह रहे लोगों को आठ दिनो में खाली करने का नोटिस दिया है।
10 साल पहले खरीदी जमीन, कई प्रधानमंत्री आवास भी बने
फर्रुखाबाद के ढुइया में बने करीब 12 मकानों के मालिकों को नोटिस मिलने के बाद परेशान हो गए। उन्होंने 10 साल पहले पक्कापुल निवासी महिला और पुरुष से बैनामे कराए थे। दोपहर बाद तहसीलदार के साथ मऊदरवाजा थाना पुलिस पहुंची, तो लोग दहशत में आ गए।
बड़ी संख्या में लोग घरों से निकल आए
पुलिस ने डुग्गी पिटवाई। इसमें बताया गया कि यह संपत्ति माफिया अनुपम दुबे की है। इस पर जो भी मकान बने हैं, उन्हें आठ दिनो में खाली कर दिया जाए। अन्यथा पुलिस कार्रवाई करेगी। यह सुनकर लोग परेशान हो गए। बड़ी संख्या में महिला-पुरुष व बच्चे घरों से निकल आए।
अब बच्चों को लेकर कहां जाएंगे
उन्होंने कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया। संजीव चौरसिया ने बताया कि यह जमीन पहले किसकी थी, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। 10 साल पहले खरीदकर मकान बनवा लिए। अब वह लोग बच्चों को लेकर कहां जाएंगे।