टोक्यो, रायटर : जापानी मोटर वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा मोटर ने मानवयुक्त चंद्र रोवर को शक्ति देने के लिए पुनर्योजी ईंधन (Regenerative Fuel) सेल तकनीक का उपयोग करने की योजना बनाई है। इस तकनीक के उपयोग से भविष्य में चंद्रमा पर मौजूद पानी के बर्फ का उपयोग ऊर्जा स्रोत के रूप में करने की संभावना बढ़ गई है।
जापान का राष्ट्रीय एयरोस्पेस और अंतरिक्ष एजेंसी जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के प्रवक्ता शुक्रवार को बोले हैं कि नासा को उम्मीद है कि जापान आर्टेमिस मिशन में योगदान के रूप में 2029 में लॉन्चिंग तिथि तक चंद्र रोवर प्रदान करेगा। ज्ञात हो कि रोवर एक इलेक्ट्रिक वाहन की तरह होता है और वह इलेक्ट्रिक मोटर का उपयोग करता है। जबकि, वह ईंधन स्टैक से बिजली खींचता है।
मालूम हो कि जापान ने प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने देश के अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाया है। नासा के आर्टेमिस मिशन के तहत जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी इसमें सहयोग दे रहा है। इस मिशन के तहत नासा 2024 तक पहली महिला और अगले पुरुष को चंद्रमा पर भेजना चाहता है।
टोयोटा ने मानवयुक्त चंद्र रोवर विकसित करने के लिए 2019 से जापान की अंतरिक्ष एजेंसी के साथ मिलकर काम किया है, जिसे लूनर क्रूजर कहा जाता है। नासा को उम्मीद है कि इसको साल 2029 में चंद्रमा पर पहुंचाया जा सकता है।