लखनऊ,डॉ.जितेंद्र बाजपेयी : डा0 देवेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष, एवं श्री श्याम त्रिपाठी, सदस्य, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, उ0प्र0 के द्वारा जिला प्रोबेशन अधिकारी व जिला समाज कल्याण अधिकारी, लखनऊ की उपस्थिति में राजकीय बाल गृह (बालिका), सिंधी खेड़ा, पारा, लखनऊ का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय राजकीय बाल गृह (बालिका), सिंधी खेड़ा, पारा, लखनऊ में 114 बालिकाएं व 17 शिशु आवासित पाये गये। रसोई कक्ष का निरीक्षण किया गया। रसोई कक्ष की साफ सफाई संतोषजनक पायी गयी।
कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका का किया गया अवलोकन
बच्चों से की गयी वार्ता के दौरान कोई भी प्रतिकूल तथ्य प्रकाश में नहीं आया। कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया। अधीक्षिका को निर्देशित किया गया काउन्सिलिंग कर परिवार में पुनर्वासित करवाने का प्रयास करें। समस्त बालिकाओं को योग्यतानुसार शिक्षा एवं प्रशिक्षण सम्बन्धित गतिविधियों में सतत् सहभागी बनाये रखने के निर्देश दिये गये।
बालिकाओं द्वारा प्रदान किये जा रहे भोजन व नाश्ते की मात्रा एवं गुणवत्ता के संबंध में संतोषजनक उत्तर दिये गये, तदोपरान्त् राजकीय बाल गृह (बालक), मोहान रोड, लखनऊ का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय संस्था में 49 बालक आवासित पाये गये। राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर), लखनऊ का भी निरीक्षण किया गया, जहां पर 99 किशोर आवासित पाये गये। संस्था की व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी।
तदोपरान्त् वन स्टॉप सेन्टर, लखनऊ का निरीक्षण किया गया। मा0 अध्यक्ष द्वारा संस्था में अनुरक्षित उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया तथा कार्मिकों से वार्ता की गयी। काउन्सलर्स से केन्द्र पर आने वाली पीड़िताआंे की काउंसलिंग किस प्रकार की जाती है यह जानकारी ली गयी। अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि शीघ्र ही एक वृहद् वर्कशॉप का आयोजन कराया जाना है, जिसमें किसी उच्च स्तरीय मनोवैज्ञानिक के माध्यम से मार्गदर्शन प्राप्त कराया जायेगा।
तदोपरान्त् उपस्थित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। मा0 अध्यक्ष द्वारा अधिकारियों के बैठक में उपस्थित न होने के सम्बन्ध में रोष व्यक्त करते हुए यह आदेश दिया गया कि भविष्य में अधिकारी स्वयं बैठक में प्रतिभाग करें, प्रतिनिधि की उपस्थिति मान्य नहीं किये जायेंगे। मा0 अध्यक्ष द्वारा उद्बोधन में बताया गया कि ‘‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध’’ के अन्तर्गत दिनांक 26.06.2023 को एक वृहद् जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जिसमें सम्बन्धित विभागों की सहभागिता अनिवार्य रूप से की जायेगी।
‘‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध’’ स्लोगन के पम्पलेट का वितरण
अध्यक्ष द्वारा ‘‘एक युद्ध नशे के विरूद्ध’’ स्लोगन के पम्पलेट जिसके नीचे राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अंकित करते हुए पम्पलेटों का वितरण एवं दीवारों पर चस्पा करते हुए वृहद् प्रचार-प्रसार किया जायेगा। बालश्रम एवं भिक्षावृत्ति उन्मूलन कार्यक्रम के सम्बन्ध में मा0 अध्यक्ष द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक 01.06.2023 से 30.06.2023 तक रेस्क्यू में वह स्वयं प्रतिभाग करेंगे। बैठक में उपस्थित अधिकारियों द्वारा उपरोक्त के सम्बन्ध में अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये।
मा0 अध्यक्ष द्वारा रेस्क्यू किये गये बच्चों का पुनर्वासन करने एवं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से लाभान्वित करने हेतु निर्देशित किया गया। भविष्य में जिला पंचायत स्तर पर, ग्राम स्तर पर प्रधानों को सम्मिलित करते हुए जागरूक कराये जाने हेतु एक वृहद् कार्यक्रम आयोजित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में अपर नगर मजिस्ट्रेट (तृतीय), लखनऊ, अपर पुलिस आयुक्त (क्राइम), अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी, प्रतिनिधि, जिला कार्यक्रम अधिकारी, ए0एच0टी0यू0, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, आबकारी निरीक्षक, प्रतिनिधि श्रम विभाग, सदस्य, बाल कल्याण समिति, सेन्टर मैनेजर, वन स्टॉप सेन्टर, संरक्षण अधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई, सदस्य चाईल्ड लाइन, लखनऊ उपस्थित रहे।
अन्त में अपर नगर मजिस्ट्रेट (तृतीय), लखनऊ द्वारा भविष्य में आयोजित होने वाली बैठकों में अनिवार्य रूप से सम्बन्धित अधिकारियों को प्रतिभाग करने हेतु निर्देशित करने के साथ ही धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।