नई दिल्ली, एंटरटेनमेंट डेस्क : गुजरे ज़माने की मशहूर अभिनेत्री सायरा बानो फिल्मी दुनिया से अपने जमाने की यादों को अक्सर सोशल मीडिया पर शेयर किया करती हैं। दिलीप कुमार के साथ सायरा बानो ने कई किस्से शेयर किए हैं, जिन्हें पढ़ना फैंस को बहुत अच्छा लगता है। विगत ही में सायरा बानो ने मोहम्मद रफी को लेकर एक मजेदार बात का खुलासा किया।
सायरा बानो अपने जमाने की मशहूर अदाकारा रही हैं। सायरा बानो दिलीप कुमार और महान प्लेबैक सिंगर मोहम्मद रफी साहब से जुड़ी एक कहानी शेयर किया, जिसे पढ़कर फैंस को भी पसंद आयी । पिछले जमाने की बातों को सायरा ने बड़ी ही सरलता के साथ सोशल मीडिया यूजर्स को लिखा है।
सायरा बानो ने शेयर की कहानी
मोहम्मद रफी की आवाज की पूरी दुनिया दीवाने रहे है। इमोशन, मेलोडी और एनर्जी के मिश्रण के साथ वह किसी भी गाने को खूबसूरती से गाने के लिए जाने जाते थे। सायरा ने कहा कि कैसे जब एक बार मोहम्मद रफी ने अपनी आवाज चली गयी थी, तो दिलीप कुमार की मदद से मोहम्मद रफ़ी वापस पा सके थे।
सायरा बानो ने कहा, ‘ मोहम्मद ‘रफी के पास ये चीज गॉड गिफ्टेड रही है कि वह फिल्म और किरदार के मुताबिक अपनी आवाज में बदलाव कर सकते थे। दिलीप कुमार और रफी साब ने मधुबन में राधिका नाचे रे में काम किया था। यह हिट फिल्म कोहिनूर का गाना है।
मोहम्मद रफी ने खो दी थी आवाज
सायरा बानो ने 1962 का एक कहानी शेयर किया। सायरा बानो ने कहा कि इंडो-चाइना कॉन्फ्लिक्ट के दौरान दिलीप कुमार और मोहम्मद रफी बॉर्डर पर थे। तब वहां के जवानों ने बोला था कि वह मोहम्मद रफी से लाइव गाना सुनना चाहते हैं। लेकिन तभी मोहम्मद रफी के गले में इन्फेक्शन हो गया और मोहम्मद रफ़ी की अपनी आवाज चली गयी।
ये सोचकर ही मोहम्मद रफी की आंखों में आंसू आ गए थे कि उनके कारण फौजी भाइयो को बुरा लगेगा। तब रफ़ी भाई ने दिलीप कुमार से मदद मांगी। सायरा बानो ने कहा कि दिलीप कुमार ने रफ़ी साहब को शहद और अदरक से बना काढ़ा दिया। जब अगले दिन मोहम्मद रफी उठे, तो उन्हें यकीन नहीं हुआ कि उनकी आवाज पहले की तरह अच्छी हो गई है। बाकी लोग जब ठंड के मौसम में ब्रांडी पी रहे थे, तब मोहम्मद रफी ने इस काढ़े को पीकर अपना गला ठीक कर लिया था।