कुमाऊं, अरुण जोशी : पहले वन अग्नि कुमाऊं के लिए काल बनी। अब वर्षा भी काल बनकर कुमाऊं में कहर बरपा रही है। मानसून के पहले सप्ताह में ही कुमाऊं में सात जिंदगी खत्म हो गईं हैं, जबकि किशोरी और दो युवक लापता हैं।
काशीपुर के गांव जोशीमझरा में शंकर सिंह का बेटा वंश मंगलवार की सुबह अपने साथियों के साथ मवेशियों को चराने गया था। खेल खेल में उसका पैर फिसल गया, जिससे उसकी जान चली गई। वह दसवीं में पढ़ता था। सोमवार को बही बनबसा के देवीपुरा गांव निवासी सुशीला चंद (13) का शव जगबूड़ा नदी में मंगलवार को घटनास्थल से करीब डेढ़ किमी दूर मिला।
वहीं अपने दो साथियों के साथ रविवार को मछली मारने धौरा जलाशय गए जगदीश मंडल का शव तीन दिन बाद एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने बरामद किया।
भीमताल में फौजी डूबा
सोमवार को एक परिवार को बचाने गए खटीमा के हल्दी निवासी सनी और प्रिंस की मौत हो गई थी, जबकि इसी सप्ताह मां की गोद से गिरकर पानी में डूबने से मासूम कपिल की जान चली गई थी। वहीं, बनबसा में भी इसी सप्ताह हुड्डी नदी में डूबने से महिला की मृत्यु हो गई थी।
सोमवार को खेत में हुए कटाव को देखते समय जमीन खिसकने से बैगुल नदी में बहे संजीत का अब तक पता नहीं चल सका है। वहीं, शांतिपुरी में मंगलवार को 15 वर्ष की किशोरी बह गई। खबर लिखी जाने तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया था। इधर, धारी ब्लॉक के पदमपुरी मार्ग पर स्थित बमेटा गांव के पुल से लगे गधेरे में मंगलवार की शाम नहाते समय फौजी हिमांशु दफौटिया (25) पुत्र पुष्कर दफौटिया निवासी बागेश्वर हाल निवासी कुसुमखेड़ा हल्द्वानी तेज बहाव में डूब गया, उसका कुछ पता नहीं चल सका ।