मुंबई, न्यूज़ डेस्क : एकमात्र उपलब्ध प्लेऑफ स्थान के लिए चुनौती पेश कर रही मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स बुधवार को जब मैच खेलेंगी तो दोनों टीमो का लक्ष्य केवल जीत होंगी। अगर दिल्ली कैपिटल्स यह मैच हार जाती है तो उसका खेल समाप्त हो जाएगा और मुंबई प्लेऑफ में पहुंच जाएगी। वहीं, अगर मुंबई हार जाती है तो उसके पास प्लेऑफ में पहुंचने का एक और मौका होगा।
मुंबई के अभी 12 मैच में 14 अंक हैं, वहीं दिल्ली के इतने ही मैचों में 13 अंक हैं। इसके बाद दोनों टीमों का अंतिम मुकाबला पंजाब किंग्स के खिलाफ होगा। अगर मुंबई हारती है और पंजाब को हरा देती है तो 16 अंक के साथ वह प्लेऑफ में पहुंच जाएगी। वहीं, दिल्ली को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए पंजाब के खिलाफ जीत चाहिए होगी। अगर ऐसा हुआ तो मुंबई बाहर हो जाएगी।
वानखेड़े में खेला जाएगा मुकाबला
वानखेड़े स्टेडियम में बुधवार को होने वाले मुकाबले में मुंबई का पलड़ा हालांकि भारी नजर आ रहा है। टीम ने बेहद खराब शुरुआत के बाद जोरदार वापसी की और अब शीर्ष चार में शामिल है। दिल्ली की शुरुआत काफी संतोष जनक रही थी लेकिन टीम अपने पिछले छह मैच में सिर्फ एक ही मैच जीत पाई है। सोमवार को सनराइजर्स के खिलाफ लखनऊ की हार के साथ टीम की प्लेऑफ में जगह बनने की उम्मीद भी खत्म हो गई थी, जिससे प्लेऑफ की चौथी टीम के लिए मुंबई और दिल्ली में मुकाबला है।
पंजाब किंग्स, गुजरात टाइटंस,और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने पहले ही प्लेऑफ में जगह बना ली है। मुंबई इंडियंस की फार्म और गहराई उनके पक्ष में है। टीम को हालांकि लगभग दो सप्ताह पहले गुजरात टाइटंस के खिलाफ करीबी मैच में हार का सामना करना पड़ा था। लगातार छह जीत के बाद मुंबई को यह हार झेलनी पड़ी थी। मुंबई के रोहित शर्मा पर सभी की नजरें लगी होंगी क्योंकि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद रोहित शर्मा का पहला मैच होगा।
पूरा अनुभव झोंकने की होगी तैयारी
यह अनुभवी बल्लेबाज अपनी पूरी ताकत लगाने और अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए उत्सुक होगा। मुंबई की टीम अपने मौजूदा संयोजन का भी पूरा लाभ उठाना चाहेगी। सूर्यकुमार यादव बल्ले से अपनी बेहतरीन फार्म को जारी रखना चाहेंगे लेकिन मुंबई को तिलक वर्मा के लय हासिल करने की उम्मीद होगी। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज मौजूदा सत्र में प्रभाव छोड़ने में विफल रहा है और पिछले पांच मैच में तीन बार दोहरे अंक में भी नहीं पहुंच पाया।
इस ब्रेक से जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट जैसे गेंदबाजों को जरूरी आराम और थकान से उबरने का मौका मिला होगा। दिल्ली को गुजरात के खिलाफ पिछले मैच में अपने शीर्ष तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क (14 विकेट) की कमी खली जो आईपीएल के बहाल होने पर वापस नहीं लौटे। स्टार्क की गैरमौजूदगी में दिल्ली ने गुजरात के खिलाफ पिछला मैच 10 विकेट से गंवाया। दिल्ली की टीम केएल राहुल (493 रन) के प्रदर्शन पर काफी निर्भर है जिन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ शानदार शतक बनाया था।
दिल्ली की कमजोरियां हुई हैं उजागर
इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स की गेंदबाजी की कमजोरियां उजागर हो गईं लेकिन, स्टार्क की जगह आए मुस्ताफिजुर रहमान ने शानदार गेंदबाजी की। दिल्ली ने आईपीएल की शुरुआत छह में से पांच मैच जीतकर की थी लेकिन दूसरे हाफ में उसका प्रदर्शन काफी खराब रहा है। कुलदीप यादव (12 विकेट) ने एक छोर से नियंत्रण बनाया है लेकिन कप्तान अक्षर के लिए यह सत्र काफी हद तक निराशाजनक रहा है जिन्होंने अब तक 263 रन बनाने के अलावा सिर्फ पांच विकेट मिले हैं।