कानपुर, संवाददाता : श्रवण कुमार ने जिस तरह अपने कांधों पर माता-पिता का भार उठाकर उन्हें तीर्थ यात्रा कराई थी। उसी तरह अब कमिश्नरी पुलिस भी अकेले रह रहे शहर के बुजुर्ग व दिव्यांगों को प्रयागराज स्थित महाकुंभ ले जाएगी। कानपुर पुलिस ने इसके लिए खाका भी तैयार कर लिया है।
प्लान के तहत 60 साल या उससे अधिक उम्र के ऐसे बुजुर्ग को शहर में अकेले रह रहे हैं या दिव्यांग हैं, तो कानपुर पुलिस ऐसे लोगों के लिए बेटे का फर्ज निभाते हुए संगम तट पर ले जाकर स्नान कराएगी। इसके बाद पुलिस उन्हें सकुशल घर पर छोड़ेगी। इसके लिए संबंधित व्यक्ति को डॉयल-112 पर फोन करनी होगी। इसके बाद पुलिस इस पूरी जिम्मेदारी को निभाएगी। अधिकारियों के अनुसार डॉयल-112 पर फोन करने पर पुलिस कर्मी पहुंचेंगे।
डायल 112 की गाड़ी से लोगों को घर पहुंचाया जाएगा
महाकुंभ जाने के प्लान की जानकारी लेकर उसके अनुसार रोडवेज की बस में बैठाएंगे। रोडवेज स्टाफ और महाकुंभ ड्यूटी पर जा रहे पुलिस कर्मियों की निगरानी में लोगों को प्रयागराज पहुंचाया जाएगा। वहां कानपुर पुलिस के टेंट में ले जाया जाएगा। वहां पहले से मौजूद पुलिस कर्मी आपको संगम के गंगा किनारे तक ले जाएंगे। इसके बाद पुलिस कर्मियों की निगरानी में ही लोगों को शहर वापस लाया जाएगा। खास बात यह है कि बस से झकरकटी बस अड्डे पहुंचने के बाद डायल 112 की गाड़ी से लोगों को घर पहुंचाया जाएगा।
मेडिकल और फूडिंग का इंतजाम भी करेंगे ‘बेटे’
रोडवेज और मेडिकल विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर कमिश्नरेट के अधिकारी बसों में फर्स्ट एड बॉक्स रखवाएंगे। इसमें वरिष्ठ नागरिकों को होने वाली सामान्य बीमारी की दवाएं भी रखवाई जाएंगी। बसों में समाज सेवियों की मदद से वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए कंबल का इंतजाम भी किया गया है। बताते चलें कि शहर में 1 लाख 48 हजार 444 दिव्यांग हैं। वहीं ऑपरेशन सवेरा के अनुसार पुलिस के डाटा में शहर में 1656 पुरुष व 755 महिला वरिष्ठ नागरिक दर्ज हैं।
बस अड्डे पर बनाई जाएगी कुंभ स्पेशल हेल्प डेस्क
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुंभ में जाने वाले लोगों के साथ किसी तरह की घटना न हो। इसके लिए भी योजना बना ली गई है। बस अड्डे पर स्पेशल हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। इसमें पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। इसमें महिला और पुरुष पुलिस कर्मी भी होंगे। हेल्प डेस्क पर कुंभ भी मेडिकल सुविधाएं मिलेंगी, जिससे किसी को किसी तरह की परेशानी न हो।
जो लोग महाकुंभ में जाना चाहते हैं और उनका कोई सहारा नहीं है, तो पुलिस उन्हें वाहन तक पहुंचाने और वहां से प्रयागराज पहुंचाने की जिम्मेदारी पूरी करेगी। -हरीश चंदर, एडिशनल पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था