गोरखपुर,संवाददाता : बीआरडी मेडिकल कॉलेज के ट्राॅमा सेंटर के बाहर पुलिसकर्मियों ने विक्षिप्त महिला को लावारिस हाल में छोड़ दिया। उसके बाएं हाथ और दोनों पैरों में घाव थे। इलाज न मिलने की वजह से जख्म गहरे हो गए थे। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार की नजर पड़ी तो उन्होंने महिला को भर्ती करा कर इलाज शुरू करवा दिया । अब महिला को वाराणसी के मानसिक अस्पताल रेफर किया गया है, लेकिन उसे शिफ्ट करने के लिए बीआरडी को महिला पुलिसकर्मी नहीं मिल रही है। इस पर कॉलेज प्रशासन ने एसएसपी को पत्र लिखकर महिला पुलिसकर्मी की मांग की है।
प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने कहा कि महिला को पुलिसकर्मी ट्रॉमा सेंटर के पास छोड़ कर चले गए। महिला मानसिक तौर पर विक्षिप्त है। कहा जा रहा है कि पुलिस चौकी पर तैनात सिपाहियों ने एक एंबुलेंस चालक से महिला को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराने का निर्देश देकर भेज दिया था। एंबुलेंस चालक महिला को ट्रॉमा सेंटर के बाहर उतार कर चला गया।
प्राचार्य ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे तोउनकी नज़र महिला पर पड़ी। प्राचार्य के निर्देश के बाद महिला को भर्ती कर लिया गया। उसका इलाज किया गया। इस दौरान मानसिक रोग विशेषज्ञों की टीम ने जांच भी की। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के एसआईसी डॉ. राजेश राय ने कहा कि महिला को वाराणसी शिफ्ट करने के लिए एंबुलेंस के साथ सुरक्षाकर्मी की आवश्यकता है। इसके लिए महिला पुलिसकर्मी की मांग की गई है। इसके लिए गुलरिहा थाना व मेडिकल कालेज पुलिस चौकी पर संपर्क किया गया। लेकिन, वहां से कोई सहायता नहीं मिली। अब एसएसपी को पत्र लिखा गया है।