नई दिल्ली, एनएआई : रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने सभी कर्मचारियों से पांच प्रमुख प्राथमिकताओं पर काम करने को कहा है। इनमें सुरक्षा सर्वोपरि, सत्यनिष्ठा, निवेश कार्यान्वयन, राजस्व सृजन, ग्राहक सुविधाओं और अनुभवशील बनाना सम्मिलित हैं।
जया वर्मा ने लिखा कि विगत के वर्षों में हमने रेल ट्रैक
इन प्राथमिकताओं को भारतीय रेल के पांच प्रण कहा गया है। रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष ने प्रभार संभालने के बाद कर्मचारियों के लिए अपने पहले लिखित संदेश में कहा कि भारतीय रेलवे के पास डेढ़ सौ से अधिक वर्ष की अत्यंत समृद्ध एवं गौरवशाली विरासत रेलवे के पास है।
सिन्हा ने लिखा कि हाल के वर्षों में हमने रेल ट्रैक, ट्रेन स्टेशनों और टर्मिनलों में अभूतपूर्व निवेश किया है। सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि हमें यह मानकर चलना होगा कि हर दुर्घटना को रोका जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि हम स्थापित संरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करें।
हमें अपने कार्यक्षेत्र में मुस्तैदी से अपनी भूमिका निभाएं। सिन्हा ने कहा कि लोकसेवक की भूमिका में ईमानदारी से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। हमें किसी भी कदाचार के खिलाफ कड़ाई से पेश आना होगा। निवेश कार्यान्वयन पर उन्होंने लिखा कि भारत सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 2.4 लाख करोड़ रुपये के निवेश से भारतीय रेल में अपना अपार विश्वास प्रदर्शित किया है।
नए भारत की आकांक्षाओं का प्रतीक होनी चाहिए।
सिन्हा ने कहा कि हमें परियोजनाओं को कुशलतापूर्वक पूरा करने पर सर्वाधिक ध्यान देना होगा। सिन्हा का मानना है कि भारतीय रेल को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनने की अपनी क्षमता पर गर्व है। ग्राहक सुविधाओं और अनुभव को बेहतर बनाने के बारे में उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि हमारी सेवाएं उच्चस्तरीय और नए भारत की आकांक्षाओं का प्रतीक होनी चाहिए।