नई दिल्ली, जितेंद्र शर्मा : विगत दो लोकसभा चुनावों में भाजपा को बड़ा बहुमत देने वाली देश की जनता ने इस बार चौंकाने वाला जनादेश दिया है। आइएनडीआइए के रूप में एकजुट विपक्ष के सामने मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर चुनाव मैदान में उतरी भाजपा का साथ तो मतदाता लगातार तीसरी बार देते रहे, लेकिन इतने सधे अंदाज में कि बहुमत के लिए आवश्यक 272 सीटों से कुछ अधिक के पास छोड़ दिया।
18वीं लोकसभा की संतुलित तस्वीर सजाते हुए जनता ने विपक्षी गठबंधन को 235 सीटों के साथ ताकत और हौसला बढ़ाया है तो पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 वर्षो तक चली राजग सरकार और उसके कार्यो पर भी भरोसे जताया है।
अबकी बार राजग सरकार
कारण यह है कि भाजपा को 245 सीटों सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खाते में 295 सीटें डालकर जनादेश दे दिया है- अबकी बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन। 18वीं लोकसभा के लिए 543 सीटों पर सात चरण में हुए चुनाव के परिणामों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के दावों का मंगलवार को मतगणना के साथ दूध का दूध पानी का पानी हो गया।
मतगणना शुरू होने से लेकर अंत तक ईवीएम से निकलते रहे वोटों का रुझान लगभग एक समान था। कुछ सीटों में उतार-चढ़ाव को छोड़ दिया जाए तो यह परिणाम लगभग स्थिर ही रहा कि भाजपा 250 का आंकड़ा तो राजग 300 का आंकड़ा छू नहीं पाए । इस तरह विपक्ष भी 230 के आसपास आकर ऐसे रुके कि उससे आगे न बढ़ सकीं।
तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा की उम्मीदों पर फेरा पानी
लेकिन , ओडिशा में बीजू जनता दल के ख़राब प्रदर्शन को छोड़ दें तो अलग-अलग राज्यों में क्षेत्रीय क्षत्रपों ने जरूर राजग के लिए चुनौती खड़ी की है। जबकि, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस , तमिलनाडु में डीएमके, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, ने भाजपा की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
भाजपा उत्तर प्रदेश के गढ़ में जरूर ठिठक गई लेकिन ओडिशा में भारी जीत हासिल किया । लोकसभा सीटों पर भी और विधानसभा में भी। इस तरह केरल में भाजपा ने खाता खोलने में सफल रही तो तेलंगाना में अपना 4 के पिछले संख्या को दोगुना कर दिया। तमिलनाडू में भी भाजपा का वोट प्रतिशत में वृद्धि हुई है।
लगातार तीसरी बार केंद्र की सत्ता में पुनः वापसी भाजपा के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है, लेकिन 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव की अपार जीत के रिजल्ट ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है इस जीत का स्वाद भी भाजपा के नेताओं-कार्यकर्ताओं के लिए खट्टा हो गया।