मऊ, संवाददाता : गुरुवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्मजीव ब्यूरो के द्वारा एक दिवसीय कृषि गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन नियामतपुर, बगली गांव में किया गया। गोष्ठी का शीर्षक प्राकृतिक खेती की दिशा में सूक्ष्मजीवों का उपयोग का आयोजन नियामतपुर बगली गांव में किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को बेहतर मृदा स्वास्थ्य, प्राकृतिक समावेशी एवं पर्यावरण अनुकूल सतत कृषि विधाओं को बढ़ावा देना तथा खरीफ की फसलों में सूक्ष्मजीवों के प्रयोग को प्रदर्शित करना है। गोष्ठी में पचास से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया।
गोष्ठी में संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. हर्षवर्धन सिंह ने कृषि संबंधित लाभकारी सूक्ष्म जीवों के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। डा बी मगेश्वरण ने रैपिड कंपोस्टिंग को बनाने की तकनीकी को प्रदर्शित किया। डा आदर्श कुमार ने किसानों को तरल जैविक खाद के उपयोग की विधि के बारे में बताया। संस्थान के तकनीकी अधिकारी अमित कुमार राय, आलोक उपाध्याय एवं शशिकांत यादव ने कार्यक्रम के संचालन में सहयोग दिया।किसान गोष्ठी में संस्थान की तरफ से किसानों को निःशुल्क कंपोस्ट एवं बायोग्रो (तरल जैविक खाद) भी वितरित की गई।