REPUBLIC SAMACHAR Samarth Singh II रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग का आज एक वर्ष पूर्ण हुआ, इस जंग ने अबतक लाखों सैनिकों की जान निगल ली और 8 हज़ार से ज़्यादा आम नागरिकों को भी अपना शिकार बनाया।
यह जंग पिछले वर्ष आज के ही दिन आरंभ हुई जब रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन ने ऐलान किया की रूस यूक्रेन में जगह जगह मिलिट्री ऑपरेशन करेगा। रूस ने शुरुआत में इस युद्ध में बढ़त बनाई थी पर जंग के बीतने के साथ यूक्रेन ने भी रूस को मुँह तोड़ जवाब देना शुरू कर दिया।
बतादें की रूस के खिलाफ इस जंग में यूरपीये देशों ने यूक्रेन की बहुत मदद करी, यूरोप के अतिरिक्त अमेरिका भी यूक्रेन की मदद करने के लिए सामने आया, इन पष्चिमी देशों ने यूक्रेन के साथ खड़े रहकर युद्ध का पूरा पायदान ही पलट दिया, परिणाम स्वरुप युद्ध में कई बार यूक्रेन रूस पर भारी होता दिखा, इस युद्ध में हर महीने अंगिनत मोड़ आए और दोनों ही देशों का पड़ला एक दुसरे पर हावी होता दिखा।
युद्ध की प्रमुख घटनाएँ; महीनों द्वारा
24 फरवरी 2022:
रूस ने यूक्रेन पर चारों दिशाओं से हमला किया, कीव भारी गोलाबारी की चपेट में आ गया।
मार्च:
रूस ने खेरसॉन पर कब्जा कर लिया, इस अवधि में सबसे अधिक नागरिक मारे गए।
अप्रैल:
कीव से पीछे हटी रूसी सेना, बुचा में नरसंहार के सबूत दुनिया के सामने आए।
मई:
हफ्तों के संघर्ष के बाद, रूस मारियुपोल पर विजय प्राप्त करता है।
जून:
यूक्रेन ने रूस से स्नेक द्वीप को वापस ले लिया।
जुलाई:
लुहांस्क पर रूस का कब्ज़ा हो जाता है, चेरनोबिल और ज़ापोरिज़्ज़िया परमाणु संयंत्र पुतिन के हाथों में आ जाता है।
अगस्त:
यूक्रेन ने पश्चिमी देशों द्वारा उन्हें दिए गए हथियारों का उपयोग करते हुए खेरसॉन में प्रमुख जवाबी हमला किया।
सितंबर:
यूक्रेनियों ने खार्किव का नियंत्रण वापस ले लिया। नॉर्ड धारा क्षतिग्रस्त हो जाती है।
अक्टूबर:
क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाला पुल यूक्रेन ने तोड़ा।
नवंबर:
रूस खेरसॉन से पीछे हटा।
दिसंबर:
रूस ने ईरान निर्मित ड्रोन बॉम्बर्स का इस्तेमाल कर यूक्रेन में कहर बरपाया।
जनवरी 2023:
रूस ने पूर्वी यूक्रेन में आक्रमण बढ़ाया।
फ़रवरी:
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन के दौरे पर गए ।
दोनों पक्षों का कुल नुक्सान
रूस-
सैनिकों की मौत- 14000 (पुष्टी), 1,50,000 से अधिक (अनुमान)
यूक्रेन-
सैनिकों की मौत- 21,000 (पुष्टी), 1,00,000 से अधिक (अनुमान)
दोनों देशों के आम नागरिकों की मौत का आकड़ा 8 हज़ार से 9 हज़ार के बीच होने की पुष्टी की गयी है, इसके अतिरिक्त दोनों ही देशों का करीब 100 बिलियन डॉलर्स का नुक्सान हुआ है।