बदायूं, संवाददाता : संभल जिले में हुए सड़क हादसे में दूल्हे समेत आठ की मौत से बेटी की शादी का ख्वाब पलभर में उजड़ गया। दूल्हे के मौत की खबर मिलते ही दुल्हन की दहलीज सूनी हो गई। घर में चीख पुकार मच गई। पूरे गांव में मातम पसर गया। सांत्वना देने वाले लोगों की भीड़ जुट गई। वहीं, परिवार के कुछ लोग संभल के लिए रवाना हो गए। थाना क्षेत्र के गांव सिरतौल निवासी राजू ने अपनी बेटी अंजू की शादी संभल जिले के थाना गुन्नौर क्षेत्र के गांव हरगोविंदपुर निवासी एक युवक से की थी।
शुक्रवार को बरात आने की तैयारी गांव में चल रही थी। बरात के स्वागत के लिए राजू और उसके रिश्तेदार और परिवार के सभी लोग तैयारी में लगे थे। घर में ढोल की थाप पर महिलाएं संगीत कर रही थी। बरात स्थल पर दावत की तैयारियां पूरी हो चुकी थी। इसी बीच मनहूस खबर मिली कि संभल जिले में हुए सड़क हादसे में दूल्हा समेत आठ लोगों की मौत हो गई। यह खबर मिलते ही बरात आने की खुशियां धरी की धरी रह गई। परिवार के लोग रोने बिलखने लगे। शादी की खुशी के वाले घर में मातम पसर गया।
परिवार में पहली शादी थी, घर में था कई दिनों से खुशियों का माहौल
हादसे में जान गंवाने वाला दूल्हा सूरज अपने परिवार में सबसे बड़ा था। उसके बाद छोटा भाई आकाश और बहन कोमल थी। दोनों भाई मेहनत मजदूरी कर परिवार पाल रहे थे। सूरज की शादी को लेकर पिता सुखराम और मां संतोषी बेहद खुश थे लेकिन एक हादसे ने परिवार को उजाड़ दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि परिवार में पहली शादी थी, इसलिए कई दिनों से घर में खुशियों का माहौल था। बरात भी खूब धूम से रवाना हुई थी लेकिन वक्त ने एक झटके में सारी खुशियों को छीन लिया। ग्रामीणों ने बताया कि सूरज की कार में बहन कोमल और दूसरे रिश्तेदार सवार थे। जबकि आकाश और उनके पिता सुखराम दूसरे वाहनों से बरात में रवाना हुए थे। मां संतोषी घर की देखभाल करने के लिए रुक गई थीं।
हादसे की सूचना संतोषी तक पहुंची तो वह बेसुध हो गईं। बेटे और बेटी की मौत से सुखराम भी बिलखते हुए दिखाई दिए। आकाश भी बेहोश हो गया। ग्रामीणों ने किसी तरह संभाला। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के ज्यादातर लोग बरात में गए थे। हादसे की सूचना रास्ते में बरातियों को मिली तो सभी लौट आए।