आगरा , संवाददाता : आगरा के सदर की सगी बहनों के अपहरण और धर्मांतरण केस में एक चाैंकाने वाला खुलासा हुआ है। गिरोह के तार झारखंड में पकड़े गए चार आतंकियों से जुड़े होने की बात सामने आई है। इस पर खुफिया एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है। धर्मांतरण मामले में पुलिस 14 लोगों को जेल भेज चुकी है। विवेचना अब भी जारी है। इससे पहले गिरोह का कनेक्शन मानव तस्करी और अंग बेचने वाले गिरोह से भी मिला था मगर किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह को पकड़ा था। हिंदू परिवार की युवतियों को अलग-अलग तरीके से गिरोह के सदस्य फंसाते थे। कश्मीर ले जाकर उनका ब्रेनवाश किया जाता था। इसके बाद धर्मांतरण के लिए तैयार करते थे। आर्थिक मदद भी की जाती थी। युवतियों के तैयार होने पर सदस्य अपने साथ ले जाते थे। सदर क्षेत्र की सगी बहनों को भी दिल्ली से होते हुए कोलकाता ले जाया गया था। पुलिस ने कई दिन तक पड़ताल की थी। इसके बाद उन्हें मुक्त कराया था।
दिल्ली का अब्दुल रहमान, गोवा की आयशा सहित आगरा का युवक
इस मामले में 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली का अब्दुल रहमान, गोवा की आयशा सहित आगरा का युवक भी शामिल था। पुलिस ने 11 आरोपियों को रिमांड पर लेकर कई दिन तक पूछताछ की थी। मामले में 6 युवतियों ने बयान दर्ज कराए थे। अब एक और बात सामने आई है।
झारखंड में एटीएस ने अप्रैल में एक आतंकी संगठन से जुड़े 4 लोगों को पकड़ा था। सभी लोगों का ब्रेनवाश करते थे। वहीं पुलिस को धर्मांतरण के मामले में जेल भेजे गए आरोपियों के डाटा से भी महत्वपूर्ण जानकारी मिली। झारखंड में पकड़े गए संदिग्धों से आरोपियों के कनेक्शन की पुष्टि हो रही है। इस पर टीम गोपनीय तरीके से जांच में जुटी है। अधिकारी फिलहाल इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।