लखनऊ,अमित चावला : विवेकानंद पालिक्लीनिक अस्पताल में हुआ सेंट्रल स्टेराइल सप्लाई डिपार्टमेंट (सी0एस0एस0डी0) की स्थापना रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, लखनऊ, विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के माध्यम से पिछले 5 दशकों से लखनऊ एवँ उसके आसपास के रोगियों को न्यूनतम लागत पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवायें प्रदान कर रहा है। यह सँस्थान 350 बिस्तरों वाला मल्टीस्पेशियलिटी एन0ए0बी0एच0 मान्यता प्राप्त तृतीयक देखभाल धर्मार्थ अस्पताल है।
जैसा कि हम अपनी गुणवत्ता की पहल के साथ आगे बढ़ रहे हैं, हमने संस्थान के भूतल पर एक अत्याधुनिक सेंट्रल स्टेराइल सप्लाई डिपार्टमेंट (सी0एस0एस0डी0) स्थापित करके रोगी सुरक्षा और संक्रमण नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है जो मरीजों के जीवन की सुरक्षा में मील का पत्थर हासिल होगा।
मानव जीवन को देते हैं महत्व
हम मानव जीवन को महत्व देते हैं और अपने सभी रोगियों को सुरक्षित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की दिशा में काम करते हैं। सी0एस0एस0डी0 हमें उपकरण और उपभोग्य सामग्रियों की आवश्यक रोगाणुहीनता बनाए रखने में मदद करेगा जो हमें रोगो से लडने में वांछित परिणाम देने में मदद करेगा।
विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में बुधवार, दिनांक 21 जून को सायं 5ः00 बजे मुख्य अतिथि श्री सुरेश खन्ना, माननीय वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार के कर कमलों द्वारा संस्थान में नवस्थापित अत्याधुनिक सेंट्रल स्टेराइल सप्लाई डिपार्टमेंट (सी0एस0एस0डी0) का उद्घाट्न वैदिक मन्त्रोंचारण एवं आरती के साथ किया गया। इस दौरान रामकृष्ण मठ एवं रामकृष्ण मिशन के उपाध्यक्ष, श्रद्धेय् श्रीमत् स्वामी सुहितानन्दजी महाराज ने समारोह की अध्यक्षता की। संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्दजी महाराज, संस्थान के साधु वृन्द, चिकित्सक, अधिकारीगण एवं अन्य कर्मचारी व छात्र-छात्रायें मौजूद थी।
लोगों की सेवा एक तरह से ईश्वर की उपासना
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुरेश खन्ना जी ने स्वामी विवेकानन्द जी द्वारा सेवा के प्रतिमानों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि दुखी व अशक्त लोगों की सेवा एक तरह से ईश्वर की उपासना है। उन्होने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने दिखाया कि कैसे सेवा के माध्यम से जीवन से जुड़े सभी सम्भव रास्तों को प्राप्त व पूर्ण किया जा सकता है।
श्रीमत् स्वामी सुहितानन्दजी महाराज ने वहां उपस्थित लोगां को आर्शीवचन दिया व इन प्रयासों के लिए संस्थान के सचिव की भूरि-भूरि प्रसंशा करते हुये कहा कि निश्चित रूप से यह नवीनतम सी0एस0एस0डी0 इकाई से मरीजों के उपभोग्य सामग्रियों की आवश्यक रोगाणुहीनता बनाए रखने में अपना उल्लेखनीय योगदान देगी। तथा उन्होंने यह कामना कि, की संस्थान स्वामी विवेकानन्द के विचारों और आदर्शों के संदर्भ में रोगी मानव की सेवा से भगवान की ही सेवा के आर्दशों के अनुपालन में सार्थक सिद्ध होगा।
धन्यवाद ज्ञापन डा0 देबाशीष शाहा, संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक ने आये हुये गणमान्य अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद दिया। कार्यक्रम की समाप्ति पर उपस्थित लोगो को जलपान कराया गया।