काबुल,एजेंसी : तालिबान के सदाचार मंत्रालय के प्रवक्ता मौलवी मोहम्मद सादिक अकीफ ने गुरुवार को कहा कि यदि पुरुषों ने महिला का सार्वजनिक रूप से बेपर्दा चेहरा देख लिया तो वह अपना महत्व खो देगी। मौलवी ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में धार्मिक विद्वान इस बात से सहमत हैं कि महिलाएं घर के बाहर अपने चेहरे को पर्दे में रखें। महिलाओं का अपना महत्व है।
अल्लाह हिजाब में महिलाओं की कद्र करता है। तालिबान ने कहा कि महिलाएं उचित तरीके से हिजाब नहीं पहनतीं। इसी कारण पार्क, नौकरियों और विश्वविद्यालयों समेत अधिकांश सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। तालिबान द्वारा लड़कियों एवं महिलाओं पर लगाए गए प्रतिबंध की विश्व भर में आलोचना हो रही है।
हिजाब नियमों का पालन होने पर क्या प्रतिबंध हटाए जा सकते हैं, प्रवक्ता ने इसका सीधा उत्तर नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों से निपटने के लिए अन्य विभाग हैं। अफगानिस्तान में 200 से अधिक मीडिया संस्थान बंद हो गए। एजेंसी के अनुसार अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता में 200 से अधिक मीडिया संस्थान बंद हो गए।
इनमें से कई संस्थानों को आर्थिक संकट के कारण बंद करना पड़ा। वर्ष 2021 से अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार है। खामा प्रेस के अनुसार अफगानिस्तान इंडिपेंडेंट जर्नलिस्ट एसोसिएशन (एआइजेए) की रिपोर्ट में बताया गया है कि दो वर्षों में देश में पत्रकारों से जुड़ी हिंसा और गिरफ्तारी के 200 से अधिक मामले दर्ज किए गए। अफगानिस्तान में 13 पत्रकार अभी भी कैद में हैं। एआइजेए के अनुसार कई महिलाओं सहित 7,000 से अधिक मीडिया पेशेवरों ने अपनी नौकरी खो दिया ।