नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रुकवाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि उन्हें इसके कोई संकेत मिलते नहीं दिख रहे। इस बीच ट्रंप ने कहा है कि वह थोड़े निराश तो जरूर हैं लेकिन अभी हार नहीं मानी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस को यूक्रेन के साथ युद्ध को खत्म करने के लिए 50 दिन का समय दिया है। अगर रूस ऐसा नहीं करता है तो उस पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ ट्रंप यूक्रेन को रूस पर हमला हमला करने के लिए उकसा भी रहे हैं।
यूक्रेन को दिया लंबी दूरी के हथियार देने का प्रस्ताव
जबकि , फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार , 4 जुलाई को डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ फोन पर वार्ता की और इस दौरान ट्रम्प ने रूस के बड़े शहरों पर हमला करने के लिए यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियार देने का प्रस्ताव दिया।
ट्रंप ने फोन पर जेलेंस्की से पूछा, “वोलोदिमीर, क्या आप मॉस्को पर हमला कर सकते हैं? क्या आप सेंट पीटर्सबर्ग पर भी हमला कर सकते हैं?” इसके जवाब में जेलेंस्की कहते हैं, “हां बिल्कुल। अगर आप हमें हथियार देते हैं तो हम हमला कर सकते हैं।”
क्या अमेरिका देगा यूक्रेन को हथियार ?
हालांकि ये अभी भी स्पष्ट नहीं है कि अमेरिका इस तरह के हथियार यूक्रेन को देगा या नहीं। इस बीच ट्रंप ने रविवार को ये जरूर कहा कि अमेरिका पैट्रियट एअर डिफेंस मिसाइल यूक्रेन को भेजेगा। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए ये मिसाइलें जरूरी हैं, क्योंकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बातें तो अच्छी करते हैं लेकिन शाम को सभी पर बमबारी कर देते हैं।
‘पुतिन को होना चाहिए दर्द का एहसास’
ट्रंप ने जेलेंस्की से बातचीत पुतिन से हुई बात के बाद की। उन्हें यकीन हो चुका था कि रूस के पास इस युद्ध को रोकने की कोई योजना नहीं है। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने से पहले इस युद्ध को एक दिन में रोकने की घोषणा की थी और वो अब तक इसमें कामयाब नहीं हो पाए हैं। ऐसे में इस तरह के बयानों से उनकी निराशा साफ झलकती है।
ट्रंप ने संकेत दिया है कि रूस पर उनके बदलते रुख का उद्देश्य पुतिन को दर्द का एहसास कराना है और युद्ध को लेकर दोनों देशों को बातचीत की टेबल पर लेकर आना है।