बरेली, संवाददाता : क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लिपिक को एंटी करप्शन की टीम ने चार हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। बृहस्पतिवार रात लिपिक के खिलाफ कोतवाली में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
विनोद कुमार ने कोचिंग खोलने के लिए उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया था। सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने के बाद भी कार्यालय में तैनात अंशकालिक लिपिक कौशल किशोर सक्सेना उर्फ केके काम के बदले चार हजार रुपये मांगने लगा। विनोद ने एंटी करप्शन के सीओ यशपाल सिंह को कॉल करके इसकी शिकायत की थी।
एंटी करप्शन टीम ने लिपिक कौशल किशोर को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। सीओ यशपाल सिंह ने कहा कि कोतवाली में कौशल किशोर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। शुक्रवार को उसे जेल भेजा जाएगा।
तैयार हो चुका था प्रमाणपत्र
आरोपी को पकड़ने के बाद सीओ यशपाल सिंह ने संबंधित कंप्यूटर व रिकॉर्ड की जांच कराई। इसमें पता लगा कि अधिकारी के दस्तखत कराकर संबंधित अनुमतिपत्र कौशल किशोर सक्सेना पहले ही तैयार करा चुका था। वह उसके कंप्यूटर में ओके था पर उसने विनोद को यह नहीं बताया था। वह इसे अफसरों से जारी कराने के नाम पर रकम मांग रहा था। टीम ने संबंधित प्रमाणपत्र भी जब्त कर लिया।
अफसरों के मोबाइल फोन बंद
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद संबंधित विभाग के कर्मचारियों में दहशत फैल गई। अफसरों समेत अन्य जिम्मेदारों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए। कुछ कर्मचारियों ने व्हाट्सएप कॉल के जरिये साथियों और मीडिया से कार्रवाई की पुष्टि की। चर्चा थी कि दफ्तर भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है, जिसमें कौशल की स्थिति सिर्फ एक छोटी मछली जैसी है। यहां कौशल से पूछताछ में कई और नाम सामने आने की आशंका है।