कोपेनहेगन, एजेंसी : रूस से जंग में मुकाबला करने को स्वीडन सरकार यूक्रेन को ग्रिपेन लड़ाकू विमान देने पर विचार कर रही है। स्वीडिश सरकारी रेडियो के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। स्वीडिश पब्लिक रेडियो (एसआर) की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन जल्द से जल्द एक डिवीजन ग्रिपेन या 16 से 18 विमानों के पाने की उम्मीद कर रहा है।
स्वीडन यूक्रेन के पायलटों को ग्रिपेन जेट उड़ाने के लिए देगा प्रशिक्षण
स्वीडन ने इस साल कहा था कि वह यूक्रेन के पायलटों को ग्रिपेन जेट उड़ाने के लिए प्रशिक्षण देगा लेकिन इसके साथ ही यह भी कहा था कि यह उसके भूक्षेत्र में ही दिया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, सरकार गुरुवार तक औपचारिक रूप से सैन्य बलों को इस पर विचार करने को कह सकती है।
Reuters के मुताबिक, स्वीडन के विपक्ष के नेता पिछले महीने कह चुके हैं कि स्वीडन को ग्रिपेन देने के लिए तैयार रहना चाहिए। इससे पहले नीदरलैंड और डेनमार्क रूस को वायु क्षेत्र में जवाब देने के लिए अमेरिका निर्मित एफ-16 लड़ाकू जेट देने की बात कह चुके हैं। वहीं, यूक्रेन का अंब्रेला रक्षा समूह एंटोनोव भी ड्रोन बनाने की तैयारी में लगा है। वह रूस को जवाब देने को अपने कोर कार्गो व्यवसाय में विविधता लाना चाहता है।
ब्रिटेन ने ज्यादा युद्ध सामग्री तैयार करने का दिया आर्डर
यूक्रेन-रूस जंग ने दुनिया भर में रक्षा उद्योगों को बढ़ावा दिया है। इसका लाभ ब्रिटेन को भी मिल रहा है। ब्रिटेन की सबसे बड़ी सैन्य व सुरक्षा कंपनी बीएई सिस्टम को सरकार से 13 करोड़ पौंड की युद्ध सामग्री के आर्डर मिले हैं। ब्रिटेन सरकार पहले ही बीएई से 28 करोड़ पौंड के सैन्य साजो सामान का कांट्रैक्ट कर चुकी है।
यूक्रेन ने जपोरीजिया पर किया ड्रोन से हमला
रूसी राज्य परमाणु निगम रोसाटाम के प्रमुख एलेक्सी लिकचेव ने कहा कि यूक्रेन ने सोमवार को जपोरीजिया में एनरहोदर शहर पर हमला कर दो ड्रोन गिराए। व्लादिवोस्तक में चल रहे ईस्टर्न इकोनमिक फोरम (ईईएफ) के मौके पर बात करते हुए लिकचेव ने यह जानकारी दी। स्पुतनिक रिपोर्ट के अनुसार, दो ड्रोनों को रास्ते में ही रोक दिया गया और चार को मार गिराया गया।