शेखपुरा, संवाददाता : शेखपुरा जिला के शेखोपुरसराय स्थित नगर परिषद के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चरुआवां में छात्राओं के हिजाब पहनकर आने का मामला गर्माता जा रहा है। इस घटना का अधिकारियों ने संज्ञान लिया।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को स्कूल भेज कर मामला सुलझाने के लिए कहा गया परंतु वहां मामला नहीं सुलझा। कई अभिभावक स्कूल पहुंचे, परंतु अपने दीन-धर्म का मामला बताकर इसमें हस्तक्षेप नहीं करने की ही बात कही। उधर, इस मामले में प्रधानाध्यापक सत्येंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि हिजाब पहनकर नहीं आने के लिए छात्राओं को जब कहा जाने लगा तो गांव का मिराज नाम का एक लड़का मोबाइल लेकर आया और कहा कि हिजाब पहनकर आने के लिए जो भी मना करेगा, उसका सिर कलम कर देंगे।
दरअसल, यह मामला नवंबर से सुर्खियों में आया है। प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र कुमार चौधरी कहते हैं कि 6 नवंबर से अचानक स्कूल में छात्राएं हिजाब पहन कर आने लगीं। पहले दो-चार की संख्या में थी तो मना नहीं किया जाता था। बाद में समझाया गया कि स्कूल ड्रेस में छात्राओं को आना है।
धार्मिक उपदेशक के द्वारा हिजाब पहनने को कहा गया
इसी बीच कई ग्रामीण जुट कर आए और इसे धार्मिक मामला बताकर इसमें हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करने की बात कही। वहीं, 29 नवंबर को 80 की संख्या में ग्रामीण पहुंचे और अभद्र व्यवहार करने लगे। एक स्कूल के वर्ग शिक्षक को क्लास से खींचकर पिटाई करने और जूते से मारने भी प्रयास किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, गांव में एक धार्मिक उपदेशक के द्वारा इस तरह की बात कही गई, जिसके बाद छात्राएं हिजाब पहनकर स्कूल आने लगीं।
टोला सेवक की बहाली से भी जुड़ गया है प्रकरण
इस पूरे विवाद में टोला सेवक से भी मामला जुड़ने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि नगर के वार्ड संख्या 2 का वार्ड पार्षद मुराद अपने किसी रिश्तेदार को टोला सेवक की जगह तालिमी मरकज में बहाल करवाना चाहता था। प्रधानाध्यापक ने कहा कि ऊपर से ही इसमें टोला सेवक की बहाली आई है तो उनके स्तर से इसे बदला नहीं जा सकता।
शिक्षकों ने सामूहिक आवेदन देकर हटाने की लगाई गुहार
हिजाब पहनकर स्कूल आने के विवाद में स्कूल के सभी शिक्षक सहमे हुए हैं। बताया जाता है कि ग्रामीण और कट्टरपंथियों के भय से सभी स्कूल में रहना नहीं चाहते। इसको लेकर स्थानीय अधिकारी को तेरह पुराने शिक्षकों ने सामूहिक आवेदन देकर इस स्कूल से हटाने की मांग की है।