लखनऊ,अमित चावला : ‘‘डाक्टर्स डे’’ के अवसर पर विवेकानन्द पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग ने इंडियन सोसाइटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन, लखनऊ सिटी ब्रांच के सहयोग से ए.आर.डी.एस. (एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम) में हालिया अपडेट पर एक सी.एम.ई. का आयोजन संस्थान के सेमिनार हॉल में किया गया।
विवेकानन्द पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के सेमिनार हॉल (प्रथम तल) में संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज, डॉ0 राजेश ओझा, अस्पताल अधीक्षक, डॉ0 राजीव कुमार गुप्ता, डॉ0 संजीत बोस, डॉ0 तन्मय घटक, अध्यक्ष, आई.एस.सी.सी.एम., एल.सी.बी., डॉ0 विनोद कुमार सिंह, सर गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली, डॉ0 यश जावरी, उपाध्यक्ष, आई.एस.सी.सी.एम. की उपस्थिति में हुआ। उद्घाटन के समय पूरे भारत से लगभग 150 प्रतिभागियों के साथ-साथ विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के प्रतिष्ठित संकाय उपस्थित थे।
एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम बड़ी चुनौती
इसके बाद मंचासीन गणमान्य अतिथियो का अभिनंदन डॉ. राजीव कुमार गुप्ता, डॉ. संजीत बोस और डॉ. सौमित्र मिश्रा द्वारा किया गया तदोपरान्त संस्थान के अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजेश ओझा ने “वर्तमान परिदृश्य में क्रिटिकल केयर मेडिसिन के महत्व“ पर व्याख्यान दिया।
सी.एम.ई. के मुख्य अतिथि संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्द महाराज ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमारा अस्पताल अपने मरीजों को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा के रूप में ऐसी उन्नत सुविधा कम कीमत पर प्रदान कर रहा है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि संस्थान के सचिव द्वारा आये हुये संकाय सदस्यों को स्मृति चिन्ह एवं स्वामी विवेकानन्द की तस्वीर व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
गंभीर रूप से बीमार मरीजों के प्रबंधन में ए.आर.डी.एस. (एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम) बड़ी चुनौती है। ए.आर.डी.एस. मरीजों के फेफड़ों को प्रभावित करता है जिसके कारण रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है। इन रोगियों को हाई फ्लो नेज़ल कैनुला (एच.एफ.एन.सी.) और मैकेनिकल वेंटिलेटर सपोर्ट के रूप में ऑक्सीजन थेरेपी की आवश्यकता होती है। ए.आर.डी.एस. के गंभीर रूप के लिए ई.सी.एम.ओ. समर्थन की आवश्यकता हो सकती है।
रोगियों को सर्वोत्तम और सस्ती दरों पर चिकित्सा प्रदान
डॉ0 नितिन राय, वरिष्ठ सलाहकार, क्रिटिकल केयर मेडिसिन, चंदन अस्पताल, लखनऊ “पैथोफिजियोलॉजी और ए.आर.डी.एस. की विविधता और इसके नैदानिक निहितार्थ“ पर चर्चा की। डॉ0 यश जावेरी, निदेशक – क्रिटिकल केयर एंड इमरजेंसी मेडिसिन, रीजेंसी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ ने “ए.आर.डी.एस. में बायोमार्कर“ पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ0 विनोद सिंह, वरिष्ठ सलाहकार, क्रिटिकल केयर मेडिसिन, सर गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली ने “ए.आर.डी.एस. की समझ और प्रबंधन में हालिया प्रगति“ पर चर्चा की।
सी.एम.ई. के आयोजन सचिव डॉ0 राजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग, विवेकानन्द पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ इस प्रकार के रोगियों के इलाज के लिए प्रतिबद्ध है और सभी गंभीर रूप से बीमार रोगियों को सर्वोत्तम और सस्ती दरों पर चिकित्सा प्रदान कर रहा है।
सी.एम.ई. के आयोजन सचिव, क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 राजीव कुमार गुप्ता ने आये हुये गणमान्य अतिथियों एवं डाक्टरों का इस सी.एम.ई. में प्रतिभाग करने के लिए धन्यवाद ज्ञापन दिया।